यूपी महिला जज के बाद महिला आईपीएस ने लगाया अपने सीनियर अफसर पर इल्जाम!
उत्तर प्रदेश में महिला अधिकारियों के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ प्रताड़ना का दूसरा मामला आया सामने अभी तीन दिन पहले एक महिला जज ने भी प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की बात प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार करते है तो अब उन्ही के प्रदेश में एक महिला जज और एक आईपीएस अधिकारी अपने लिए गुहार लगाती नजर आ रही है। यूपी की ब्यूरोकेसी में महिला आईपीएस अफ़सर ने अपने ADG और IG के ख़िलाफ़ मानसिक प्रताड़ना का इल्जाम लगाते हुए DGP से शिकायत की है। जिसके बाद महिला IPS अफ़सर अपने निजी कारणों का हवाला देते हुए लंबी छुट्टी पर चली गयी है। जबकि DGP ने इस मामले की जांच महिला DG को सौपी है। आरोपित अफसरों के खिलाफ जांच चल रही है।
लखनऊ नवभारत टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक महिला अफसर की शिकायत में उनके दो वरिष्ठ अफसर पर गंभीर आरोप है। महिला अफसर का कहना है कि दोनों अफसर लगातार उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। अफसर द्वारा उनके कार्य क्षेत्र में बेवजह अडचन पैदा की जा रही थी उनकी जाति को लेकर भी टिप्पणी की जा रही थी। आरोप है कि महकमें की महिला हेड कांस्टेबल के साथ हुई वारदात को लेकर दोनों अफसर ने महिला अफसर के साथ काफी अभद्रता की।
जबकि हेड कांस्टेबल के साथ हुई वारदात महिला अफसर के कार्यक्षेत्र की नहीं थी। महिला अफसर का आरोप है की दोनों अफसर विभागीय की कार्यों में उन्हें बाईपास करके उनके जूनियर अफसर से समन्वय करते हैं। प्रताड़ना बढ़ने के बाद महिला अफसर ने डीजीपी से मामले की शिकायत की। इसके बाद डीजीपी ने मामले की जांच डीजे स्टार की महिला अफसर को सौंप दी।
इस शिकायत के बाद महिला अफसर ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए लंबी छुट्टी ले ली है। फिलहाल महिला डीजी अधिकारी इस मामले की जांच कर रही है।
अभी तीन दिन पहले यूपी के बांदा जनपद में सिविज जज के पद पर तैनात महिला जज ने भी अपने ऊपर हो रही प्रताड़ना के खिलाफ सीजेआई को एक पत्र लिखकर सनसनी मचा दी है। ठीक तीन बाद यह मामला आने यूपी में फिलहाल महिलाओ को लेकर क्या कहा जाए। जहां गृहमंत्री अमित शाह कहते हो कि यूपी में रात में जेवर पहनकर घूमिए जबकि गाजियाबाद , लखनऊ , कानपुर , नोएडा जैसे शहरों में महिलाओं से दिन दहाड़े जंजीर, और झुके लूट लिए जाते है।