चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार की संभावना बडती नजर आ रही है. जहाँ मध्यप्रदेश में मायावती के खासमखास सहित 3 नेता कांग्रेस में शामिल होने जा रहे है, वहीँ छत्तीसगढ़ में भी 4 बसपा नेता कांग्रेस में शामिल हो सकते है. इधर उत्तर प्रदेश में भी कई सपा बसपा नेता कांग्रेस में जाने को आतुर दिख रहे है.
यूपी में कांग्रेस में प्रियंका गांधी के शामिल होने से पूर्व ही सपा बसपा ने कांग्रेस को दो सीटें देने का अपना बचन निभाया था. लेकिन कांग्रेस के और से जब कोई पहल नहीं हुई तो सपा बसपा ने सीटें भी बाँट ली उसके बाद कांग्रेस ने सबसे पहले ग्यारह उम्मीदवार खड़े कर दिए. उसके बाद दोनों दलों में फुट पडती नजर आ रही है.
सपा बसपा ने यूपी ही नहीं मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में भी अपनी सीटें बाँट ली जबकि कांग्रेस की और से कोई सुलह समझौते की बात समाने नहीं आई. लेकिन इन सब बातों से एक बात जरुर है कि सपा बसपा और कांग्रेस में दूरी बढती नजर आ रही है. वहीं कांग्रेस ने शनिवार को यह कहकर के हम अकेले चुनाव में उतरेंगे सबको चौंका दिया है. हालांकि बीजेपी को जरुर कुछ राहत मिलती नजर आ रही है. बीजेपी यूपी में त्रिकोणीय मुकाबला चाहती है ताकि उसे एक वार फिर वाकओवर मिल जाय.