- लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज ने हासिल की अभूतपूर्व उपलब्धि
सीने यानी छाती का एक्स-रे (X-Ray ) देखकर यह पता चल जाएगा कि मरीज कोरोना संक्रमित है या नहीं। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने प्रदेश के कई जिलों से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की छाती का एक्स-रे मंगाकर इस पर काम शुरू कर दिया है। अब ये जल्द ही क्लीनिकल ट्रायल में जाएगा। लखनऊ के केजीएमयू हॉस्पिटल ने बकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि चीन और अमेरिका के बाद केजीएमयू जल्द ही एक्स-रे देखकर कोविड मरीजों की पहचान करेगा।
एक्स-रे से ना सिर्फ कोविड मरीजों का पता चलेगा बल्कि फेफड़े के संक्रमण से यह भी पता लग पाएगा कि मरीज कब और कितनी जल्दी ठीक हो सकता है। बता दें कि जब चीन में रैपिड टेस्ट कम हो रहे थे तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यह तरीका कारगर साबित हुआ था। इस मॉडल में कोविड-19 रोगियों की पहचान करने का काम अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और कुछ अन्य देशों भी कर रहे हैं। अब जल्दी भारत में केजीएमयू में यह शुरू होने जा रहा है।