महागठबंधन और कांग्रेस की बदली परिस्तिथि से बीजेपी में हडकम्प, रात तीन बजे तक की अमित शाह ने लखनऊ में मीटिंग
यह मैराथन बैठक देर रात चली, जिसमें आगे की चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा की गई.
महागठबंधन की रैली और कांग्रेस की यूपी में जोरदार वापसी से बीजेपी के होश उड़े हुए है. उधर बीजेपी की थिंक टेंक रहे लालकृष्ण आडवानी और मुरली मनोहर की नाराजगी के चलते बीजेपी में हलचल मची हुई है. इसको लेकर बीजेपी अध्यक्ष ने रात तीन बजे तक लखनऊ में बीजेपी के नेताओं के साथ मीटिंग की है.
लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से ठीक पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर सियासी हलचल नजर आई. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ अवध क्षेत्र को लेकर मंथन किया. यह मैराथन बैठक देर रात चली, जिसमें आगे की चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा की गई.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, देर रात तीन बजे तक चली बैठक में अमित शाह ने अवध क्षेत्र के मौजूदा हालात की समीक्षा की. साथ ही यहां चुनाव को लेकर बीजेपी की क्या तैयारी है, इस पर भी मंथन किया गया. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक का मुख्य एजेंडा सपा-बसपा गठबंधन से उपजे ताजा सियासी हालात और कांग्रेस पार्टी के रुख को लेकर गहन मंथन किया गया. इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अमित शाह के अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य, यूपी बीजेपी के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, सुनील बंसल और अवध क्षेत्र के जिलाध्यक्षों व लोकसभा प्रभारियों ने भी शिरकत की.
अवध क्षेत्र में 17 लोकसभा सीटें आती हैं, जिनमें धौरहरा, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, मिसरिख, बाराबंकी, कैसरगंज, श्रावस्ती, गोंडा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, मोहनलालगंज और लखनऊ शामिल हैं. अमेठी और रायबरेली कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व उनकी मां सोनिया गांधी की सीट है, और इनमें अमेठी पर बीजेपी की इस चुनाव में खास नजर है.
सूत्रों के मुताबकि, जानकारी ये भी मिली है कि बैठक में पूर्वांचल की शेष रही सीटों के प्रत्याशियों के नाम पर मंथन किया गया है. हालांकि पूरी रात चली इस बैठक से औपचारिक पर क्या निकलकर आता है, इस पर अभी सबकी नजर है.