भाजपा की नीतियों ने उप्र में DM-SP की कुछ नयी गैंग को जन्म दिया है - अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हाथरस कांड' में जनाक्रोश से डरी भाजपा अपने कृत्य छिपाने के लिए जिलाधिकारी और एसपी को हटा सकती है. सपा की माँग है कि इन पर रिपोर्ट दर्ज हो जिससे ये सच उगलें कि इन्होंने किसके दबाव में ऐसा किया.
उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों ने उप्र में जिलाधिकारी और एसपी की कुछ नयी गैंग को जन्म दिया है, पहले महोबा व अब हाथरस जिसके गवाह हैं. इन अधिकारीयों को सिर्फ उनके आका खुश रहें वही काम करना है. उन्हें ये नहीं मालुम है कि सरकार कब बदल जाए कुछ नहीं पता होता है इसलिए जनहित के काम पर मुख्य फोकस होना चाहिए न कि बेमतलब की बात पर. जिस तरह से हाथरस और महोबा में हुआ है वो वाकई बड़ी घ्रणित कार्यवाही है.
उन्होंने कहा कि आखिर ऐसा क्या था जो उस नाबालिग बच्ची का रातों रात अंतिम संस्कार क्यों किया गया? जबकि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार रात में शव का दाह संस्कार क्यों किया गया. जबकी डीएम एक नौसिखिये की तरह कभी बाप को तो कभी परिजनों को मारते पीटते और धमकाते नजर आ रहे है.
बता दें कि जिस तरह से हाथरस मामले में हाथरस जिला प्रसाशन ने पूरी सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है. जिला प्रसाशन पूरी तरह इस केस में फेल नजर आया है और डीएम एसपी ने ही सरकार पर प्रश्न वाचक चिन्ह लगा दिया है.