यूपी विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू, सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पूर्वांचल व बुंदेलखंड के लिए बड़े पैकेज की उम्मीद

यह सत्र 13 फरवरी से 07 मार्च तक चलेगा. इस दौरान 18 फरवरी को दोपहर 12.20 पर उत्तर प्रदेश का बजट पेश किया जाएगा. यह मौजूदा वित्तीय वर्ष का बजट होगा

Update: 2020-02-13 05:13 GMT

लखनऊ। विधानमंडल के बजट सत्र से एक दिन पहले यानी बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं से सदन के संचालन में सहयोग की अपील की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार प्रदेश की सुरक्षा से लेकर युवा, महिलाओं व व्यापारियों से जुड़े हर मुद्दे पर सार्थक चर्चा एवं समाधान के लिए तैयार है। विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा कि विधानसभा की पूर्व निर्धारित समयावधि से पहले समाप्त नहीं होनी चाहिए।

इस बार बजट का आकार करीब पांच से सवा पांच लाख करोड़ रुपये के करीब होने का अनुमान है। बजट में इस बार अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही प्राथमिक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर अधिक धनराशि दिए जाने के संकेत हैं। वहीं पिछड़े हिस्से पूर्वांचल और बुंदेलखंड में सड़क, बिजली, पानी तथा अन्य जरूरतों के लिए विशेष पैकेज के तहत बड़ी धनराशि दी जा सकती है।

प्रदेश सरकार ने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इन तीन सालों का लेखा जोखा विभाग तैयार कर रहे हैं। प्रदेश की जनता की अन्य दिक्कतों को दूर करने के लिए 2020-21 के नए बजट में अधिक ध्यान दिए जाने की उम्मीद है। बताया जाता है कि बजट जनता की सुविधाओं और सेवाओं के करीब रहेगा। प्राथमिक शिक्षा में सुधार तथा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने पर अधिक जोर इस बार के बजट में दिया जा रहा है।

पूर्वांचल व बुंदेलखंड के लिए मिलेगी ज्यादा रकम

इसी प्रकार पूर्वांचल और बुंदेलखंड के पिछड़नेपन को दूर करने का इंतजाम भी बजट में किया जा रहा है। बताया जाता है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार इन दोनों क्षेत्रों को विशेष पैकेज के तहत अधिक धनराशि दिए जाने की तैयारी है। चालू बजट में पूर्वांचल को 300 करोड़ रुपये दिए गए थे जबकि बुंदेलखंड के लिए 200 करोड़ रुपये दिए गए थे। इस बार यह राशि बढ़ने की उम्मीद है।

विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति में 13 फरवरी से 7 मार्च तक घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि 13 फरवरी को 11 बजे दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में राज्यपाल का अभिभाषण होगा। 14, 17, 18 एवं 19 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। 18 फरवरी को 11 बजे वर्ष 2020-21 के आय-व्यय (बजट) का प्रस्तुतीकरण होगा। 20 फरवरी से सामान्य बजट पर चर्चा प्रारंभ होगी।

24, 25, 26 व 27 फरवरी को बजट पर चर्चा होगी। 28 फरवरी से 7 मार्च तक विभिन्न विभागों की अनुदान मांगों पर विचार कर उन्हें पारित किया जाएगा। 14 फरवरी को निधन पर शोक प्रस्ताव रखा जाएगा। बैठक में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, रमापति शास्त्री, लक्ष्मी नारायण चौधरी, स्वामी प्रसाद मौर्य, गुलाब देवी के अलावा विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे, प्रमुख सचिव संसदीय कार्य जेपी सिंह खासतौर पर उपस्थित रहे।   


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