नागरिकता कानून LIVE: विरोध की आग में झुलसा यूपी, 21 जिलों में इंटरनेट बंद

Update: 2019-12-21 04:08 GMT

लखनऊ: नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। एक बार फिर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद यूपी सुलग उठा और 20 शहरों में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। इस हिंसा में 10 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। हिंसा के बाद प्रशासन ने सख्त ऐक्शन लेते हुए अब तक करीब 3000 लोगों को हिरासत में लिया है। हिंसा के बाद भी इन इलाकों में तनाव बना हुआ है। सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और 21 जिलों में शनिवार रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट बंद है। आइए जानते हैं, किस शहर में कैसे भड़की हिंसा और क्या है वहां का हाल।

इन जिलों में सबसे ज्यादा बवाल

नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में शुक्रवार को कानपुर , मेरठ, बिजनौर, गोरखपुर, फिरोजाबाद, भदोही, बहराइच, फर्रूखाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, शामली, वाराणसी और संभल में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। यहां धारा 144 का उल्लंघन करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में मेरठ में 3, बिजनौर में 2, संभल, कानपुर नगर और फिरोजाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। बनारस में प्रदर्शन के दौरान भीड़ में कुचलकर एक बच्चे ने दम तोड़ दिया। 

यूं सुलग उठा कानपुर, भीड़ में फंसे एसपी-डीएम

जुमे की नमाज के बाद अलग-अलग इलाके से उठे जुलूसों ने माहौल शहर का बिगाड़ दिया। हलीम मुस्लिम इंटर कॉलेज के पास मुंह पर कपड़ा बांधे हजारों युवकों ने पथराव और फायरिंग की। कई पुलिस वालों को दौड़ाकर पीटा। परेड मुर्गा मार्केट के पास भीड़ को समझाने की कोशिश में एसएसपी अनंत देव फंस गए। वह 2 बार गिरे। पुलिसकर्मियों ने आंसू गैस के गोले दाग कर उन्हें किसी तरह बाहर निकाला। कुछ ही देर बाद डीएम विजय विश्वास पंत भी भीड़ में घिर गए, उन्हें भी बामुश्किल बचाया गया। बाबूपुरवा में 13 लोग जख्मी हुए, जिनमें 9 को गोलियां लगी हैं। हिंसा में 6 पुलिसवाले भी जख्मी हुए हैं। इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई।

गोरखपुर के इन इलाकों में उपद्रव

गोरखपुर में भी जुमे की नमाज के बाद के घंटाघर, शाहमारूफ, चौक, नक्खास, खूनीपुर और इस्माइलपुर सहित कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए। खूनीपुर में अंजुमन इस्लामिया के सामने पुलिस पर पथराव हुआ। नक्खास में पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।

मेरठ में 4 लोगों की जान गई, कई पुलिसवाले भी घायल

मेरठ में कुल चार लोगों की मौत हुई है। सात लोग घायल हुए। हापुड़ रोड पर उपद्रवियों ने इस्लामाबाद पुलिस चौकी फूंक दी। हापुड रोड़ पर जुलूस निकाल रहे लोगों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया और कई निजी वाहन भी तोड़ डाले। पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो उपद्रवियों ने फायरिंग कर दी। इसमें कई पुलिसकर्मी व प्रदर्शनकारी भी घायल हो गए।

संभल, मुजफ्फनरगर में जमकर आगजनी

यहां चंदौसी में उपद्रवियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया। पुलिस ने निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए स्थानीय सांसद शफीकुर रहमान बर्क एवं अन्य के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया। भदोही में प्रदर्शनकारियों ने काजीपुर इलाके से जुलूस निकाला। मशाल टॅाकीज के पास उनका पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से टकराव हुआ। फिरोजाबाद दक्षिण में प्रदर्शनकारियों ने लगभग आधा दर्जन वाहनों को आग लगा दी। संवेदनशील मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा में भी कई पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की गई।

फिरोजाबाद में पथराव, फायरिंग

फिरोजाबाद में भी हिंसक प्रदर्शन में एक युवक की मौत हो गई। जिले के रसूलपुर इलाके में पथराव और फायरिंग के दौरान युवक की मौत हुई। अलीगढ़, बुलंदशहर, भदोही, बहराइच, संभल, शामली, अमरोहा में भी हिंसक प्रदर्शन हुआ। यहां पथराव और पुलिस से तीखी झड़प भी हुई।

इन जिलों में इंटनरेट बंद

यूपी के 21 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। शनिवार रात 12 बजे तक इन जिलों में इंटरनेट सस्पेंड रहेगा। शनिवार को स्कूल-कॉलेज भी बंद रहेंगे। अधिकारियों का कहना है कि अफवाहों पर लगाम कसने के लिए इन जिलों में नेट बंद किया गया है। ये जिले हैं- इलाहाबाद, मुरादाबाद, गाजियाबाद, आजमगढ़, लखनऊ, कानपुर, बरेली, आगरा, मुजफ्फरनगर, वाराणसी, अलीगढ़, सहारनपुर, मेरठ, शाहजहांपुर, मथुरा, रामपुर, मऊ, संभल, पीलीभीत, अमरोहा, शामली।

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