श्रमिकों को लेकर सीएम योगी सख्त, प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को कोई न हो तकलीफ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों की सभी गतिविधियों को और प्रभावी बनाया जाए. सभी कोविड एवं नॉन कोविड अस्पतालों के लिए अलग-अलग प्रभारी नामित किए जाएं. उन्होंने कहा कि PPE किट, N-95 मास्क, सेनिटाइजर सहित सभी सुरक्षा सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. डॉक्टरों सहित समस्त चिकित्साकर्मियों की संक्रमण से सुरक्षा संबंधी ट्रेनिंग निरन्तर जारी रखी जाए.
सीएम ने कहा कि संचालित औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों को कार्य पर जाने के लिए प्रेरित किया जाए. यह सुनिश्चित कराया जाए कि औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों व कर्मियों को लॉकडाउन अवधि के मानदेय का भुगतान हो. श्रमिकों के लिए खाद्यान्न की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों से प्रदेश वापस आ रहे प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के लिए स्थापित क्वारंटीन सेन्टर, आश्रय स्थलों तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्थाओं में संबंधित जिलाधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए सभी 75 जनपदों में IAS तथा वरिष्ठ PCS अधिकारियों को नामित किया गया है.
सीएम ने कहा कि प्रदेश से नेपाल राष्ट्र के जो लोग वापस जाना चाहते हैं, उनकी वापसी की व्यवस्था की जाए तथा जो लोग यहां रुकना चाहते हैं, उनके लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं. प्रदेश में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को उनकी सहमति से उनके गृह प्रदेश भेजा जा रहा है. उन्होंने ऐसे श्रमिकों की जनपदवार सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं.उन्होंने कहा कि प्रदेश से नेपाल राष्ट्र के जो लोग वापस जाना चाहते हैं, उनकी वापसी की व्यवस्था की जाए तथा जो लोग यहां रुकना चाहते हैं, उनके लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं.
यूपी सरकार के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि अब 42 स्टेशनों पर ट्रेनें आएंगी. अब तक लखनऊ में 22, जौनपुर 9, कानपुर 7, गोरखपुर 28, प्रयागराज 11,वाराणसी 8, गोंडा 8, उन्नाव में 7 ट्रेनें ली गई हैं. इस तरह प्रदेश में 2लाख 25हज़ार लोगों के लिए कुल 184 ट्रेनें ली गई हैं. ये बहुत बड़ा रिकॉर्ड है.