कोरोना : यूपी से राहत वाली खबर, लगातार दो दिन संक्रमण के मामलों में आई कमी

Update: 2021-04-27 08:14 GMT

लखनऊ : कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का असर दिखने लगा है। राज्य में पिछले दो दिनों में संक्रमण के मामलों में कमी आई है। बीते 24 घंटे में यूपी में कोरोना के 32,398 मामले सामने आए जबकि 30,398 मरीज ठीक होकर घर गए। कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे राज्य में बीते दिनों में संक्रमण के मामलों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिली है। इस महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य की योगी सरकार ने वीकेंड में लॉकडाउन और जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू किया है। राज्य सरकार का दावा है कि कोरोना संकट से उत्पन्न स्थितियां अब उसके नियंत्रण में हैं।

सोमवार को मिले 33,574 नए मामले

सोमवार को बीते 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 33,574 नए मामले सामने आए जबकि 249 लोगों की मौत हुई। इस दौरान उपचार के बाद 26,719 मरीज ठीक हुए। रविवार को पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 35,614 नए मामले सामने आए। कोरोना जांच में लोगों को राहत देने के लिए यूपी सरकार ने टेस्टिंग की कीमत तय की है। राज्य सरकार की नई गाइडलाइन में कहा गया है कि कोरोना जांच के लिए यदि कोई ज्यादा शुल्क वसूलेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार ने कोविड-अस्पतालों को दिन में दो बार अपने यहां खाली पड़े बेड्स जानकारी देने के लिए कहा है।

सीएम योगी ने टीके का 1 करोड़ डोज खरीदने का ऑर्डर दिया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि एक मई से शुरू होने वाले टीकाकरण के तीसरे अभियान के लिए कोरोना टीके के एक करोड़ डोज का ऑर्डर दिया गया है। सीएम ने कहा कि टीकाकरण के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जा रही है। बता दें कि एक मई से देश में 18 साल के ऊपर व्यक्तियों को टीका लगना शुरू होगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए राज्यों से टीका उत्पादकों से वैक्सीन खरीदने के लिए कहा है। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक टीका उत्पादक अपने उत्पादन का 50 प्रतिशत वैक्सीन सीधे राज्यों को आपूर्ति करने के लिए स्वतंत्र होंगे।

वेन्टिलेटर और ऑक्सजीन बेड्स पर रेमडेसिविर देने के निर्देश

राजकीय और निजी चिकित्सा महाविद्यालयों के अस्पतालों के नान इन्वेजिव वेन्टिलेटर के शत-प्रतिशत बेड्स के लिए रेमडेसिविर की एक वाईल प्रतिदिन दी जाएगी। 15 प्रतिशत ऑक्सीजन बेड के लिए रेमडेसिविर दी जाएगी। मौजूदा स्थिति में यह संख्या करीब 5500 रोजाना है। इसके वितरण का मेडिकल कालेजवार विवरण महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण के द्वारा उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड को उपलब्ध करवाया जाएगा।

मेडिकल कॉलेज भी खरीद सकते हैं रेमडेसिविर इंजेक्शन

सरकार के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज द्वारा अपने संसाधनों से भी रेमडेसिविर खरीद कर मरीजों के लिए उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी। चिकित्सा विभाग के एल-2 कोविड-19 चिकित्सालयों के लिए रेमडेसिविर की प्रतिदिन वाइल्स दी जाएंगी। यह संख्या चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पास से उपलब्ध 2000 नॉन इन्वेंसिव आईसीयू एवं आईसोलेशन बेड्स के आधार पर निर्धारित की जा रही है। इस दवा का चिकित्सालयवार आंतरिक वितरण महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड को दिया जाएगा।

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