UP में हत्या, लूट, डकैती, महिला अपराध, बलात्कार, शीलभंग, बच्चों के विरूद्ध घटित अपराध तथा पॉक्सों अधिनियम के अपराधों में आई कमी, पढिए पूरी रिपोर्ट
अपराध व अपराधियों के विरूद्ध जीरों टालरेंस की नीति पर चलते हुए उत्तर प्रदेष को मिली उल्ल्ेाखनीय सफलता
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपराध व अपराधियों के विरूद्ध जीरों टालरेंस की नीति पर चलते हुए उल्ल्ेाखनीय सफलता प्राप्त की गई है। राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो द्वारा प्रकाशित क्राइम इन इण्डिया 2021 के अनुसार भारत वर्ष के क्राइम रेट 268.0 के सापेक्ष उत्तर प्रदेश का क्राइम रेट 154.5 है। इस प्रकार उ0प्र0 का स्थान समस्त 28 राज्यों एवं 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के सापेक्ष देश में 23वॉ है।
राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो नई दिल्ली के अद्यावधिक आकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 मे कुल भादवि, हत्या, लूट, डकैती, महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराध, बलात्कार, शीलभंग, बच्चों के विरूद्ध घटित अपराध तथा पॉक्सों अधिनियम के अपराध शीर्षकों मंे उ0प्र0 की अपराध दर सम्पूर्ण भारत की अपेक्षा कम रही है। इसके अलावा अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुए भारत में सम्मान जनक स्थान प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की गई है।
वर्ष 2021 में देश में कुल 36,63,360 आई0पी0सी0 के अपराध पंजीकृत हुये, जो देश में क्राइम रेट के अनुसार 268.00 स्थान पर है जबकि उत्तर प्रदेश में यह संख्या 357905 है जो 154.5 क्राइम रेट के साथ देश में 23वे स्थान पर है। यह क्राइम रेट पश्चिम बंगाल में 160.2, छत्तीसगढ़ में 238.2, राजस्थान में 269.6, केरल में 401.4 व तेलंगाना में 386.9 है।
भारत में वर्ष 2021 में हत्या शीर्षक के अन्तर्गत 29272 अपराध घटित हुए है, जो 2.1 क्राइम रेट दर्शाता है। उ0प्र0 में हत्या के कुल अपराधों की संख्या 3717 है जो क्राइम रेट में 1.6 है तथा देश में 24 वें स्थान पर है। अन्य राज्यों का क्राइम रेट उ0प्र0 से अधिक है यथा पश्चिम बंगाल में 1.9, राजस्थान में 2.2, दिल्ली में 2.2 व तेलंगाना में 2.7 है।
लूट शीर्षक के अन्तर्गत भारत में वर्ष 2021 में 29224 अपराध घटित हुए है जो कि 2.1 क्राइम रेट दर्शाता है जबकि उ0प्र0 में लूट के कुल अपराधों की यह संख्या 1़909 रही तथा क्राइम रेट 0.8 है जो देश में 25वें स्थान पर हैै। जबकि राजस्थान, तंेलगाना, केरल व दिल्ली में यह क्राइम रेट क्रमशः 1.9,1.2,2.2 व 11.3 रहा है।
वर्ष 2021 में भारत में डकैती अपराध शीर्षक के अन्तर्गत 2877 अपराध घटित हुए है जिसकी 0.2 क्राइम रेट है जबकि उ0प्र0 में डकैती के कुल अपराधों की यह संख्या 130 रही तथा क्राइम रेट 0.1 है जो देश में 29वें स्थान पर हैै तथा सम्पूर्ण भारत के औसत से कम है। इस अपराध में केरल का क्राइम रेट 0.2 व झारखण्ड का 0.3 रहा है।
भारत में महिलाओं के विरूद्ध अपराध शीर्षक के अन्तर्गत वर्ष 2021 में 428278 भादवि व अधिनियम के अपराध पंजीकृत हुए है जबकि उ0प्र0 में यह संख्या 56083 है। सम्पूर्ण भारत का क्राइम रेट 64.5 रहा वही उ0प्र0 में घटकर 50.5 रहा जो देश में 16वे स्थान पर है। देश के अन्य राज्यों का क्राइम रेट यथा केरल 73.3, पश्चिम बंगाल 74.6, राजस्थान 105.4, तेलंगाना 111.2 व दिल्ली 147.6 रहा है।
भारत में बलात्कार अपराध शीर्षक के अन्तर्गत वर्ष 2021 मे घटित अपराधों की कुल संख्या 31677 है जबकि उ0प्र0 मंे यह संख्या 2845 है। इस अपराध में सम्पूर्ण भारत के क्राइम रेट 4.8 की अपेक्षा उ0प्र0 का क्राइम रेट 2.6 है जो देश में 23 वें स्थान पर है। अन्य राज्यों का क्राइम रेटयथा केरल 4.2, तेलंगाना 4.4, छत्तीसगढ़ 7.4, दिल्ली 12.9 व राजस्थान 16.4 रहा है जोकि उ0प्र0 से अधिक है।
शीलभंग (354 भादवि) अपराध शीर्षके तहत वर्ष 2021 में सम्पूर्ण भारत में इन अपराधों की कुल संख्या 89200 व क्राइम रेट 13.4 रहा है जबकि उ0प्र0 में यह संख्या 9393 रही है और क्राइम रेट देश की अपेक्षा कम 8.5 रहा है जो भारत में 19वे स्थान पर है। इस अपराध में दिल्ली, केरल, तेलंगाना व राजस्थान का क्राइम रेट क्रमशः 21.4, 22.0, 23.3 व 23.5 रहा है।
वर्ष 2021 मे भारत में बच्चों के विरूद्ध (भादवि व अधिनियम शीर्षक) के अन्तर्गत 149404 अपराध घटित हुए है जबकि उ0प्र0 की यह संख्या 16838 है। इस अपराध शीर्षक में भी सम्पूर्ण भारत के क्राइम रेट 33.6 की अपेक्षा उ0प्र0 का क्राइम रेट 19.7 है जो देश में 28वे स्थान पर है। अन्य राज्यों क्राइम रेट यथा पश्चिम बंगाल 31.7, केरल 48.2, तेंलगाना 49.8, छत्तीसगढ़ 61.1 व दिल्ली 128.5 रहा है।
भारत में पॉक्सो अधिनियम शीर्षक के अन्तर्गत वर्ष 2021 मे 53874 अपराध घटित हुए है जबकि उ0प्र0 की यह संख्या 7129 है। इसमें सम्पूर्ण भारत का अपराध दर 12.1 है जबकि उ0प्र0 का उससे कम 8.4 है तथा देश में यह 21वे स्थान पर है। अन्य राज्यों का क्राइम रेट यथा पश्चिम बंगाल 8.7, तेलंगाना 23.7, छत्तीसगढ़ 23.9, दिल्ली 26.3 व केरल 28.1 है।
राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो नई दिल्ली के अद्यावधिक आकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 मे उ0प्र0 द्वारा अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुए भारत में सम्मान जनक स्थान प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की गई है।
महिला सम्बन्धी अपराधों में दोष सिद्धि की कार्रवाई की संख्या 7713, साइबर अपराधों मंे दोष सिद्धि 292, भादवि के अपराधों में गिरफ्तार अभियुक्तों की दोष सिद्धि 112800, शस्त्रों का जब्तीकरण 40212 करते हुए इन सभी शीर्षकों में देश में प्रथम स्थान पाने में सफलता प्राप्त की गई है।
इसी प्रकार भादवि के अपराधों मे गिरफ्तारी की कार्रवाई की संख्या 443304 करते हुए द्धितीय स्थान प्राप्त किया गया है। अधिनियम के अपराधों मे गिरफ्तार अभियुक्तों की दोष सिद्धि में कार्रवाई की संख्या 160123 तथा भादवि व अधिनियम के अपराधों में गिरफ्तार अभियुक्तों की दोष सिद्धि की कुल संख्या 272923 रही जो दोनो शीर्षकों में देश में तृतीय स्थान पर है।
सम्पत्ति की बरामदगी 129.4 करोड़ रूपये करके उ0प्र0 का देश में चौथा तथा जाली मुद्रा जब्तीकरण में पंजीकृत कुल अपराधों में कार्रवाई की संख्या 46 है जो देश मंे 16वे स्थान पर है।