'योगी' राज में बदमाशों की खैर नहीं, दस बड़े एनकाउंटर जो योगी सरकार में हुए
असद के एनकाउंटर के बाद "असदुद्दीन ओवैसी " ने आरोप लगाया कि मुस्लिम समाज को निशाना बनाया जा रहा है लेकिन आंकड़ों के मुताबिक सच नहीं है।
बदमाशों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
1. गैंगस्टर विकास दुबे 10 जुलाई, 2020 को कानपुर में एक मुठभेड़ में मारा गया था। दुबे को उज्जैन से कानपुर ले जा रही पुलिस की गाड़ी के पलट जाने के बाद मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था।
2. 25 जुलाई 2020 को टिंकू कपिला को बाराबंकी में UP STF के संयुक्त अभियान में 1 लाख रुपये के इनामी गैंगस्टर को ढेर कर दिया गया।
3. बांग्लादेशी गैंगस्टर हमजा को 18 अक्टूबर, 2021 को लखनऊ के गोमती नगर इलाके में एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया।
4.सिढपुरा पुलिस स्टेशन के एक कांस्टेबल की कथित रूप से हत्या करने और कासगंज में एक सब-इंस्पेक्टर को घायल करने के आरोपी मोती सिंह को 21 फरवरी, 2021 को राज्य पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था।
5. 30 सितंबर 2022 को जौनपुर पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक लाख रुपये के इनामी गैंगस्टर विनोद कुमार सिंह ढेर हुआ था।
6.21 मार्च, 2022 को मनीष सिंह उर्फ सोनू , वाराणसी (ग्रामीण) में UPSTF के साथ मुठभेड़ में 2 लाख रुपये का इनामी अपराधी ढेर हुआ था।
7. प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर के आरोपी का प्रयागराज में एनकाउंटर
8. बिजनौर में ढाई लाख के इनामी आदित्य राणा का एनकाउंटर
9. झांसी में पाँच लाख के इनामी असद और गुलाम का एनकाउंटर
10. आज गेंगवार में अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या
इससे पता चलता है कि अपराधियों के धर्म नहीं उसके कर्मों की सजा दी गई।