यूपी में छुट्टा गोवंश की परेशानी पर सरकार जागी, सभी डीएम को औचक निरीक्षण के दिए गए निर्देश

Update: 2022-01-22 12:08 GMT
यूपी में छुट्टा गोवंश की परेशानी पर सरकार जागी, सभी डीएम को औचक निरीक्षण के दिए गए निर्देश
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लखनऊ ।  उत्तर प्रदेश में किसानों को छुट्टा पशुओं से हो रही परेशानी से निजात दिलाने के लिये राज्य के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने शुक्रवार को सभी जिलाधिकारियों को छुट्टा पशुओं को गौशालाओं में भिजवाने और औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं।

मिश्र ने प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों, मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों तथा जिला पंचायतराज अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर गोआश्रय केन्द्रों के इंतजामों तथा छुट्टा गोवंशों की स्थिति की जनपदवार समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के अधिकांश ग्रामीण इलाकों में छुट्टा पशुओं की समस्या ने शीतलहर के दौरान किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है।

बैठक में मिश्र ने छुट्टा गोवंश के संरक्षण को लेकर हुये काम को संतोषजनक बताते हुये कहा कि प्रदेश के 5500 से अधिक गोआश्रय केन्द्रों में 08 लाख से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि कतिपय जिलों में छुट्टा गोवंशों से किसानों को तकलीफ एवं उनकी फसलों के नुकसान की शिकायतें मिलने पर 15 दिन का विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें करीब 1.50 लाख गोवंशों को पकड़कर आश्रय केन्द्रों में भेजा गया।

उन्होंने बताया कि गोवंश आश्रय केन्द्रों की व्यवस्थाओं आदि के लिए सभी 75 जिलों को कुल 100 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी गो-आश्रय स्थलों में गोवंशों के लिए शेड, चारा, भूसा, पानी, अलाव आदि की पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायें। मिश्र ने अधिकारियों से कहा कि जिला मुख्यालय से टीमें भेजकर गोवंश आश्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण भी कराया जाये।

उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में अभी भी छुट्टा गोवंशों की शिकायतें आ रही हैं और वर्तमान संचालित गोआश्रय स्थलों में जगह नहीं है, वहां पर जरूरत के अनुसार मनरेगा से अस्थाई गोआश्रय स्थल पूर्व की भांति बनवा दिये जायें। साथ ही इनमें संरक्षित पशुओं के लिए चारा, भूसा, पानी, अलाव आदि की व्यवस्था पशुधन विभाग द्वारा की जाये। मुख्य सचिव ने पूरे प्रदेश में शीतलहर जारी होने का हवाला देते हुये कहा कि किसानों को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए और न ही उनकी फसलों को छुट्टा गोवंशों के कारण कोई नुकसान होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा और अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी सहित अन्य संबद्ध विभागों के अधिकारी मौजूद थे।


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