मैं शिक्षामित्र हूँ... मैं अनुदेशक हूँ...
I am a shikshamitra I am an anudeshak
कभी साइकिल से स्कूल जाता हूँ तो कभी पैसे बचाने के चक्कर में कड़ी धूप पैदल ही निकल देता हूँ।
मैं शिक्षामित्र हूँ... मैं अनुदेशक हूँ...
दूसरों को तो छोड़ो अपने बच्चों के जन्मदिन पर सिर्फ एक कलम दे बर्थडे का उल्लास मनाता हूंँ।
मैं शिक्षामित्र हूँ... मैं अनुदेशक हूँ...
मैं समाज को शिक्षित बनाने में अहम भूमिका निभाता हूँ पर अपने बच्चों के भविष्य को अंधकार में पाता हूँ।
कभी एक पेन नहीं खरीद पाता तो कभी बच्चे को अगले दिन काॅपी खरीदने की बात कह देता हूँ।
मैं शिक्षामित्र हूँ... मैं अनुदेशक हूँ...
मैं माँ-बाप के लिए बुढ़ापे की लाठी तैयार करता हूँ पर जब बात अपनी आती है मजबूरियों के बोझ तले दबा नज़र आता हूँ।
न पिता का इलाज करवा पाता हूँ, न मां को कभी एक अच्छी साड़ी दिला पाता हूँ।
मैं शिक्षामित्र हूँ... मैं अनुदेशक हूँ...
मेरे जीवन में खुशियाँ खोदाई पर भी नज़र नहीं आतीं और समस्याओं का पहाड़ हमेशा खड़ा रहता है।
मैं शिक्षामित्र हूँ... मैं अनुदेशक हूँ...
मैं समाज को आत्मनिर्भर बनाता हूँ पर जब अपनी बारी आती है तो राजनीति की चक्की में पिसता हुआ नज़र आता हूँ।
मैं शिक्षामित्र हूँ... मैं अनुदेशक हूँ...