यूपी में मायावती ने किया कांशीराम जयंती पर बड़ा ऐलान, यूपी में नहीं लड़ेगी बसपा ये चुनाव
यह घोषणा मायावती ने बसपा के संस्थापक काशीराम की जयंती पर की है.
उत्तर प्रदेश में जल्द होने वाले विधान परिषद के स्नातक और शिक्षक चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) हिस्सा नहीं लेगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बीएसपी इस दौरान बूथ से संगठन तक को मजबूत करने में अपनी क्षमता लगाएगी. यह घोषणा मायावती ने बसपा के संस्थापक काशीराम की जयंती पर की है.
बीजेपी, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस तीनों पार्टियां विधान परिषद की शिक्षक और स्नातक सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. इसके लिए बीजेपी और कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान भी कर दिया है. हालांकि, बीएसपी की पुरानी नीति रही है कि वह उपचुनाव और इस तरह के चुनाव से खुद को दूर रखती है. बीएसपी के मुताबिक, वह अपना पूरा फोकस आगामी विधानसभा चुनाव पर रखना चाहती है.
बता दें कि यूपी विधान परिषद के 11 सदस्यों का कार्यकाल 6 मई 2020 को समाप्त हो रहा है. इसी के लिए इन 11 सीटों पर चुनाव होने हैं. इसमें स्नातक और शिक्षक से जुड़ी सीटें भी शामिल हैं.उत्तर प्रदेश विधान परिषद में सदस्यों की संख्या 100 है. इसमें से 38 सदस्य विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से, 36 सदस्य स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्रों से, आठ सदस्य शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों से और आठ सदस्य स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों से चुने जाते हैं. इनके अलावा 10 सदस्यों को मनोनीत किया जाता है.