उत्तर प्रदेश में आज से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। इससे पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी दलों के नेता मौजूद रहे। वहीं इसके बाद मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने भी अखिलेश यादव की अध्यक्षता में बैठक की। सत्र के दौरान सत्तापक्ष को घेरने के लिए विधायक और विधान परिषद सदस्यों के साथ बैठक कर खाका तैयार कर लिया है। वहीं सत्र में शामिल होने के लिए सपा के विधायक और एमएलसी अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा कार्यालय से विधानसभा पैदल पहुंचेंगे।
लखनऊ स्थित सपा कार्यालय पर संपन्न हुई विधायक दल की बैठक में कहा गया कि बीजेपी ने राज्य को बर्बाद कर दिया है। बीजेपी लोगों को डराने, धमकाने का काम कर रही है। जनता की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। बीजेपी ने कानून व्यवस्था चौपट कर दी है। अवैध खनन जारी है। शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदहाली है। साथ ही यह भी कहा गया कि राजनीतिक विद्वेष के कारण समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमें लगाए जा रहे हैं।
वहीं बैठक में किसानों, नौजवानों और छात्रों समेत तमाम ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान इस बात पर चिंता जताई गई कि महंगाई और बेरोजगारी में वृद्धि हो रही है। नौजवान बेरोजगारी झेल रहे है। उनका भविष्य अंधकार में है। सूखे से किसानों की फसल बर्बाद हुई है, पशुओं की बीमारी बढ़ी है। गन्ना, धान की फसल सूखे से प्रभावित हुई है।
बिजली संकट से लोग परेशान है। महंगी बिजली और बढ़े हुए बिजली बिलों के आने से लोगों में आक्रोश है। रजबहों में पानी नहीं आ रहा है। शिक्षा क्षेत्र में भाजपा सरकार लापरवाही बरत रही है। कानून व्यवस्था बर्बाद है। महिला अपराध बढ़े हैं। हिरासत में मौतें हो रही है। हत्या, लूट, अपहरण, की घटनाएं बढ़ी है। बीजेपी सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी है। हर विभाग में भ्रष्टाचार और लूट मची है। किसी भी विभाग में जनता की सुनवाई नहीं है। विकास कार्य ठप्प हैं।