मुलायम सिंह की समधन पर गिरी गाज! होगा निलंबन, नगर आयुक्त ने शासन को भेजी संस्तुति, जानें- पूरा मामला
वहीँ अंबी बिष्ट ने कहा म्युनिसिपल कमिश्नर ने उनसे पुरानी खुन्नस का बदला लिया है और मीटिंग में उनके साथ बत्तमीजी भी की.
लखनऊ : नगर आयुक्त अजय कुमार त्रिवेदी ने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की समधन अंबी बिष्ट को सस्पेंड करने के लिए शासन को पत्र लिखा है। बुधवार की देर शाम बैठक में नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी की अंबी बिष्ट से बहस हो गई जिसके बाद नगर आयुक्त ने उन्हें सस्पेंड करने के लिए शासन को पत्र लिखा। इसी के साथ अंबी बिष्ट को जोनल अधिकारी के पद से भी हटा दिया गया है। उनकी जगह आधे घंटे के भीतर ही प्रज्ञा सिंह को जोन छह का नया जोनल अधिकारी बना दिया गया है।
नगर आयुक्त बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। सफाई टैक्स व अन्य मुद्दों पर बात हो रही थी। इस बीच किसी बाद पर नगर आयुक्त अंबी बिष्ट से नाराज हो गये और उन्हें मीटिंग से बाहर निकलने का निर्देश दिया। इससे दोनों लोगों में काफी कहा सुनी होने लगी। उसी के बाद नगर आयुक्त ने उन्हें सस्पेंड करने का निर्देश दिया। कुछ ही देर में उन्होंने काम में लापरवाही तथा आदेश न मानने के लिए उन्हें सस्पेंड करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया।
नगर आयुक्त ने कहा कि अंबी बिष्ट काम में लापरवाही करती थी। सफाई व्यवस्था पर बिल्कुल नहीं ध्यान देती थी। उनके जोन में टैक्स वसूली भी काफी कम है। वह अनुशासनहीनता भी करती थी। जिसके चलते उन्हें सस्पेंड करने का निर्देश दिया गया।
अम्बी बिष्ट पर सस्पेंशन की तलवार
नगर निगम ऑफिस में गृहकर वसूली, सफाई समेत दूसरे कामकाज को लेकर बुधवार शाम को एक बैठक हुई, जिसमें नगर आयुक्त ने अम्बी बिष्ट से कामकाज को लेकर पूछताछ की. किसी बात पर उन्हें मीटिंग से बाहर जाने के लिए कहा गया, जिससे ये विवाद और भी गहरा गया. अम्बी बिष्ट की जगह पर डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर प्रज्ञा सिंह की तैनाती की गई है.
जोनल ऑफिसर अम्बी बिष्ट का कहना है कि पहले म्युनिसिपल कमिश्नर उनको ये बताएं कि उन्होंने क्या लापरवाही की है, जिसकी वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह सुबह से लेकर रात तक काम करती हैं. अब गोमती नगर और पुराने लखनऊ की बराबरी तो नही हो सकती.
'पुरानी खुन्नस का बदला ले रहे म्युनिसिपल कमिश्नर'
उन्होंने कहा कि म्युनिसिपल कमिश्नर ने उनसे पुरानी खुन्नस का बदला लिया है और मीटिंग में उनके साथ बत्तमीजी भी की. नगर आयुक्त ने सभी लोगों के सामने उनसे कहा कि वह बैठक से चली जाएं, जो काफी बेइज्जती भरा था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें सस्पेंड करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है. उनका काम सिर्फ प्रशासन को रिपोर्ट भेजना है.