तो क्या मुलायम सिंह यादव पिछ्ले 30 साल से भाजपा को ज़रूरत के हिसाब से अपने सजातीय वोट ट्रांस्फ़र कराते रहे है?
मुलायम सिंह यादव जी की भतीजी का भाजपा में जाना सपा और भाजपा के आपसी सांठगांठ का ताजा उदाहरण
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की बहन संध्या यादव के मैनपुरी से जिला पंचायत चुनाव में भाजपा प्रत्याशी बनने पर अल्पसंख्यक कांग्रेस ने इसे सपा मुखिया के परिवार का भाजपा के साथ क़रिबी रिश्ते का एक और उदहारण बताया है। उन्होंने मुसलमानों से जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों को जिताने की अपील की है।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम ने जारी बयान में कहा कि मुलायम सिंह यादव की भतीजी और सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की बहन संध्या यादव का भाजपा प्रत्याशी के बतौर घिरोर के वार्ड नम्बर 18 से प्रत्याशी बनना साफ करता है कि मुलायम सिंह यादव अपने सजातीय वोटों को ज़रूरत पड़ने पर भाजपा में ट्रांस्फ़र कराने का जो काम पिछ्ले 30 सालों से छुप कर करते थे वो अब उनका कुनबा खुलेआम करने लगा है।
शाहनवाज आलम ने कहा कि मुलायम सिंह यादव जी की बहू अपर्णा यादव जी को योगी सरकर द्वार वाई प्लस सुरक्षा दिया जाना, नोएडा विकास प्राधिकरण भ्रष्टाचार मामले में रामगोपाल यादव को बचाने के लिये आज़म खान को बली का बकरा बना कर जेल भिजवाने के बाद अब मुलायम सिंह जी की भतीजी का भाजपा में चले जाना कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
शाहनवाज आलम ने कहा कि मुसलमानों को अब समझ लेना चाहिये कि जिस सपा को वो पिछ्ले 30 साल से अपना 20 प्रतिशत वोट ट्रांस्फ़र करके 5 प्रतिशत आबादी वाले नेता जी को ढो रहे थे वो और उनका परिवार अब खुल कर भाजपा के साथ चला गया है।