मुसलमान अब कांग्रेस में घर वापसी का मन बना चुका है- शाहनवाज़ आलम
अल्पसंख्यक कांग्रेस के संकल्प पत्र से सपा डरी हुई है, संकल्प पत्र वितरण अभियान को मिल रही उत्साहजनक प्रतिक्रिया
लखनऊ। अल्पसंख्यक कांग्रेस के 16 सूत्रीय संकल्प पत्र वितरण अभियान पर सपा नेताओं और प्रवक्ताओं ने जिस तरह मीडिया में प्रतिक्रियाएं दीं हैं उससे स्पष्ट है कि सपा मुसलमानों का विकास नहीं चाहती। अल्पसंख्यक समाज अब कांग्रेस और प्रियंका गांधी की तरफ देख रहा है। इसीलिए सपा को अल्पसंख्यक कांग्रेस के संकल्प पत्र से दिक्कत हो रही है।
ये बातें आज अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने फेसबुक लाइव के ज़रिये हर रविवार को चलने वाले स्पीक अप अभियान के 15 वें संस्करण में कहीं। इस अभियान में अल्पसंख्यक कांग्रेस के ज़िला, शहर और प्रदेश पदाधिकारी जनता से संवाद करते हैं।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि संकल्प पत्र वितरण अभियान को पहले शुक्रवार को ही जिस तरह रेस्पोंस मिला है उससे स्पष्ट है कि मुस्लिम समाज अब सपा की मुस्लिम विरोधी मानसिकता को समझ चुका है और फिर से कांग्रेस में घर वापसी का मन बना चुका है।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली देने, कांग्रेस सरकारों द्वारा स्थापित मिलों को दुबारा खोलने, हर ज़िले में अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के लिए मौलाना आज़ाद हॉस्टल खोलने, पासमांदा आयोग बनाने, सपा सरकार में हुए दंगों की जाँच कराने के संकल्प से 5 प्रतिशत आबादी वाले सिर्फ़ एक जाति के नेता जी घबरा गए हैं। उन्होंने कहा कि अगले शुक्रवार को और ज़्यादा संख्या में संकल्प पत्र बांटे जाएंगे और निर्धारित लक्ष्य 25 लाख को भी बढ़ाया जाएगा।