यूपी का किसान ओलावृष्टी कोरोना से बरबाद, कैसे भरेगा अपना पेट
अब उसको चिंता बेंक के ऋण की हो रही है कैसे चूका पायेगा वो बेंक का ऋण?
उत्तरप्रदेश में पिछले एक माह से लगातार रुक रुक कर बारिश हो रही है. किसान की पकी हुई सरसों की फसल जबकि गेंहू की जवान हो चुकी फसल सब कुछ बरबाद हो चूका है. गेंहू की फसल चौपट हो चुकी है.
इतनी बरबादी के बाद भी किसान अपनी बरबादी को निहार निहार कर रो रहा है. देश में फैली खतरनाक महामारी कोरोना से देश को बचाने में कई लाख करोड़ खर्च कर रही है जबकि कोरोना के चलते किसान की बरबादी की खबर चैनलों से गायब है लेकिन क्या इससे किसान के आंसू सुख जायेंगे नहीं? जब स्पेशल कवरेज न्यूज की टीम ने जायज लिया तो देखा कि टमाटर से लेकर गेंहू मटर , सरसों , गन्ना की फसल सब कुछ खत्म हो चूका है.
ये टमाटर की फसल है
ये गेंहू की फसल है
ये एक किसान की फसल की तस्वीरें है जिसने बेंक से लाखों रूपये लों लेकर ऑर्गेनिक फसल उगाई थी जिससे वो अपने परिवार की दो समय की रोटी की जुगाड़ कर सके. लेकिन उसके देखते ही देखते सब कुछ बरबाद हो गया है. अब उसको चिंता बेंक के ऋण की हो रही है कैसे चूका पायेगा वो बेंक का ऋण?