पंचायत चुनाव 2021 इस बार घट जाएंगे उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधानों के 880 पद जानिए क्यों
4 फरवरी को हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और चुनाव आयोग के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए 30 अप्रैल तक ग्राम पंचायतों का प्रत्यक्ष चुनाव कराने की मंजूरी दे दी थी.
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कुछ ही दिनों में होने वाला है. इसी बीच यूपी ग्राम पंचायत चुनाव में इस बार 2016 के चुनाव के मुकाबले 880 ग्राम पंचायतें कम हो जाएंगी ऐसा नए परिसीमन के कारण होगा चुनाव कराने में हो रही देरी की वजह साफ करते हुए प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान यह जानकारी दी थी.
4 फरवरी को हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और चुनाव आयोग के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए 30 अप्रैल तक ग्राम पंचायतों का प्रत्यक्ष चुनाव कराने की मंजूरी दे दी थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट में सुनवाई के दौरान प्रदेश के महाधिवक्ता राघवेंद्र सिंह ने पंचायत चुनाव कराने में हो रही देरी की वजह साफ की उन्होंने बताया कि प्रदेश में शहरीकरण के कारण तमाम ग्राम पंचायत से शहरी सीमा में शामिल कर ली गई है. इसकी वजह से ग्राम पंचायतों का नए सिरे से परिसीमन करना पड़ा नए. परिसीमन के कारण जहां 2016 में 59074 ग्राम प्रधानों का चुनाव हुआ था वहीं इस बार 58194 ग्राम प्रधान ही चुने जाएंगे.
दरअसल चुनाव आयोग ने अपने कार्यक्रम में हाईकोर्ट को बताया कि पिछली 22 जनवरी को पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार हो गई है अब 28 जनवरी तक परिसीमन का काम भी पूरा कर लिया गया है लेकिन सीटों का आरक्षण राज्य सरकार को फाइनल करना है यही कारण है कि अब तक चुनाव कार्यक्रम जारी नहीं किया जा सका है आयोग ने बताया है कि आरक्षण की सीटों का पूरा परिसीमन होने के बाद चुनाव में सिर्फ 45 दिन का समय लगेगा हाईकोर्ट के आदेश के बाद माना जा रहा है 18 मार्च को राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव की अधिसूचना भी जारी कर सकता है