मुलायम सिंह यादव से लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, कर दूंगा सदन से निलंबित तो नेताजी सोच में पड़ गए!

सांसद मुलायम सिंह यादव रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर रहे थे.

Update: 2020-03-04 06:46 GMT

दिल्ली हिंसा के विषय पर लोकसभा में जारी गतिरोध मंगलवार (3 मार्च, 2020) को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। सदन में हंगामे के चलते लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला खासे नाराज दिखे। उन्होंने सांसदों को वेल में नहीं आने की चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई सांसद ऐसा करते हैं तो उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।

इंडियन एक्सप्रेस के दिल्ली कॉन्फिडेंशियल में छपे एक कॉलम के मुताबिक उस वक्त सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी निचले सदन में मौजूद थे, जब स्पीकर सदन की कार्यवाही में अवरोध पैदा कर रहे सांसदों पर नाराजगी जता रहे थे। तब मुलायम सिंह ट्रेजरी बेंच पर सबसे आगे की सीट पर बैठ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से गुफ्तगू कर रहे थे। इस बीच जैसे ही ओम बिरला ने सांसदों को चेतावनी दी मुलायम सिंह भी फौरन उठकर अपनी सीट पर जाकर बैठ गए।

दरअसल सदन में हंगामे के बीच मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ने कहा कि सभी इस बात पर सहमत हुए कि दिल्ली हिंसा पर चर्चा के लिए आसन के निर्णय को स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार होली के बाद हिंसा मामले में चर्चा कराने के लिए तैयार है। अध्यक्ष बिरला ने कहा कि सदन चर्चा के लिए होता है, वाद-विवाद के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि हम सभी होली अच्छी तरह से मनाएं और उसके बाद सौहार्दपूर्ण चर्चा करें। उन्होंने कहा कि आज हम सामाजिक कल्याण और अधिकारिता मंत्रालय से संबंधित अनुदान की मांगों पर चर्चा कराना चाहते हैं।

बिरला ने हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से नाराजगी जताते हुए कहा, 'आप दलित, शोषित लोगों पर चर्चा नहीं चाहते। क्या हल्ला करने आए हैं। मेरा लोकतंत्र के मंदिर में आप सभी से आग्रह है कि संवाद और चर्चा कीजिए।' हंगामे के बीच ही सरकार ने विधेयक से संबंधित कुछ संशोधन पारित कराए। उधर कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, सपा, आम आदमी पार्टी और वाम दलों समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने आसन के समीप नारेबाजी तेज कर दी। वे आसन के पास पहुंचकर विधेयक को हंगामे के बीच पारित कराने का कड़ा विरोध कर रहे थे।

इस बीच ही सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी सत्ता पक्ष की सीटों की तरफ से होते हुए आसन के समीप पहुंच गए। उन्हें रोकने के लिए भाजपा की लॉकेट चटर्जी आ गईं। हालांकि भाजपा के कुछ सदस्यों ने चटर्जी को रोक दिया। इस बीच ही भाजपा की कुछ और महिला सदस्य बीच में आकर खड़ी हो गईं तथा कांग्रेस की राम्या हरिदास, ज्योतिमणि समेत अन्य विपक्षी सदस्यों को सत्तापक्ष की तरफ बढ़ने से रोकने लगीं। हंगामा और तेज हो गया तथा सत्तापक्ष और विपक्ष के कुछ सदस्यों के बीच धक्कामुक्की की स्थिति बन गई। इस बीच विपक्ष के कुछ सदस्यों ने आसन की ओर कागज फाड़कर भी उछाले। (भाषा इनपुट)

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