उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल। तमिलनाडु के रहने वाले वकील सी आर जयासुकिन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। हाथरस मामले का हवाला देते हुए कहा गया कि उत्तर प्रदेश में मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है।
ये याचिका हाथरस में मौलिक अधिकारों का हनन को लेकर तमिलनाडु के रहने वाले वकील सी आर जयासुकिन ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है।
पूरा मामला 14 सितंबर को 19 वर्षीय अनुसूचित जाति की युवती पर उस समय जानलेवा हमला हुआ था, जब वह मां के साथ खेत में चारा लेने गई थी। एक युवक ने जान से मारने की नीयत से गला दबाया था। मां की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही संदीप के खिलाफ जानलेवा हमले व एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। आरोपित को दूसरे दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लड़की की गर्दन में चोट थी। सांस लेने में परेशानी थी। इस कारण अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। वह ठीक से बात नहीं कर पा रही थी।
22 सितंबर को पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाते हुए गांव के ही लवकुश, रवि व रामू को भी नामजद किया। इन तीनों को भी जेल भेज दिया। घटना वाले दिन से ही युवती मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी। हालत में सुधार न होने पर सोमवार सुबह 10 बजे लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी।