#Lockdown के बीच रेलवे ने चलाईं स्पेशल श्रमिक ट्रेनें, 75% श्रमिक स्पेशल ट्रेनें यूपी-बिहार के लिए
देश में फैली कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने रफ्तार पकड़ी है. संकट से जूझ रहे प्रवासी मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से उनके घर पहुंचाया जा रहा है. रेल मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि रेलवे तेजी से अपना काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव की हर सावधानियों को अपनाकर, लोगों को उनके घर और परिजनों से मिलवाने के लिए रेलवे तत्पर है.
रेल मंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि रेलवे द्वारा कामगारों को घर पहुंचाने के लिए अब तक 1,000 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की स्वीकृति मिल चुकी है. गुरुवार को 145 ट्रेनों द्वारा कामगारों को उनके घर पहुंचाया गया है. कुल श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से 75% उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए चलाई गई हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते लॉकडाउन में कामगारों को उनके घर पहुंचाना कठिन था लेकिन रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से इसे करके दिखाया. कामगारों को उनके घर पहुंचा रही यह ट्रेनें, उनके लिए वरदान साबित हो रही हैं. बता दें कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने से काम-धंधा बंद होने के कारण बेबस प्रवासी मजदूरों के सामने जब रोटी का संकट उत्पन्न हुआ तो वो पैदल ही रेल पटरियों और सड़कों के रास्ते अपने घर के लिए निकल पड़े.
प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के बढ़ते सिलसिले और रास्ते में हुए हादसों के बाद गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को यह अनुमति दे दी कि वे अन्य राज्यों में फंसे अपने निवासियों को रेल सेवा से बुलवा सकते हैं. इसके बाद आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन हुआ. ट्रेन में सवार होने से पहले यात्रियों के स्वास्थ्य की उचित जांच की जा रही है.