राजा भैया ने किये दो उम्मीदवार घोषित , नहीं बनी बीजेपी से बात 80 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने अपनी नवगठित पार्टी से दो प्रत्याशियों को लोकसभा चुनाव में उतार दिया। उन्होंने अपने प्रभाव वाले दो संसदीय क्षेत्रों प्रतापगढ़ और कौशाम्बी से प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है। राजा भैया ने प्रतापगढ़ से पूर्व सांसद एवं एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल तथा कौशाम्बी से पूर्व सांसद शैलेन्द्र कुमार को प्रत्याशी घोषित किया है। इससे पहले चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को "फुटबॉल प्लेयर" चुनाव चिह्न आवंटित किया है।
राजा भैया ने खुद सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी। बता दें राजा भैया प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा से विधायक हैं। दरअसल, राजा भैया की इस कवायद को सवर्णों को लामबंद करने की मुहिम के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से हुए मतभेद के बाद से ही वे नई सियासी जमीन तलाश रहे हैं। कहा जा रहा है कि सपा से रिश्ते खराब होने के बाद राजा भैया का यह बड़ा सियासी दांव है। वैसे राजा भैया बीजेपी और सपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। लेकिन योगी सरकार में उनकी एंट्री मंत्रिमंडल में नहीं हो सकी है।
राजा भैया लगातार आठवीं बार विधायक हैं। 1993 से वह कुंडा से निर्दलीय जीतते आ रहे हैं। 1997 में बीजेपी की कल्याण सिंह की सरकार में वह पहली बार मंत्री बने थे। 2002 में बसपा सरकार में विधायक पूरन सिंह बुंदेला को धमकी देने के मामले में उन्हें जेल जाना पड़ा था। बाद में मुख्यमंत्री मायावती ने उन पर पोटा लगा दिया था। करीब 18 महीने वह जेल में रहे। 2003 में मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री बनने के बाद राजा भैया के ऊपर से पोटा हटा लिया और उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया, तब से वह लगातार सपा के साथ थे।
आपको बता दें कि देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में भी सात चरणों में वोटिंग होनी है। पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल को, दूसरे चरण के लिए 18 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 23 अप्रैल, चौथे चरण के लिए 29 अप्रैल, पांचवें चरण के लिए 6 मई, छठे चरण के लिए 12 मई और सातवें चरण के लिए वोटिंग 19 मई को होगी. नतीजे 23 मई को आएंगे।