काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को समाजवादी पार्टी ने बताया अपना, अखिलेश बोले- सपा ने रखी थी नींव, जरूरत पड़ी तो दे देंगे सबूत
अखिलेश ने कहा कि अगर जरूरत हो तो हम दस्तावेज भी दे सकते हैं, क्योंकि इस बार हम सबूत के साथ बात करेंगे.
लखनऊ : प्रधानमंत्री मोदी कल शुभ मुहूर्त पर बाबा विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham Corridor) के नए शानदार परिसर का उद्घाटन करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंच चुके हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी वाराणसी पहुंचे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का स्वागत किया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल पहुंचेंगे, जहां वे काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने वाले हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत अपने शासनकाल में होने का दावा करते हुए कहा 'काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रस्ताव भी अगर किसी ने कैबिनेट में पास किया था, शुरुआत अगर किसी ने की थी तो वह समाजवादी पार्टी की सरकार ही थी.' गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे.
रविवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा करते हुए कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत समाजवादी पार्टी ने की थी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो हम दस्तावेज भी दे सकते हैं, क्योंकि इस बार हम सबूत के साथ बात करेंगे. उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है कि प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने से बच जाए. अखिलेश ने कहा कि यह सब व्याकुल होकर किया जा रहा है.
आपको बता दें कि सोमवार को होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी गंगा तट से खुद जल लेकर बाबा विश्वनाथ मंदिर तक बने कॉरिडोर चल कर आएंगे और जलाभिषेक करेंगे. गर्भगृह में पूजन के वक्त पीएम मोदी, पुजारियों और न्यास के सदस्यों के अलावा कोई और नहीं होगा. प्रधानमंत्री के ललिता घाट से आते ही 151 सदस्यों वाला डमरू दल लगातार डमरू का वादन करेगा.
नवनिर्मित बाबा विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham Corridor) के लोकार्पण के लिए पूरी काशी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. काशी नगरी 11 लाख दीपों से दमकेगी, इस दौरान 30 बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. विकास परियोजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर को देश की जनता को समर्पित करेंगे.
इससे पहले, शनिवार को बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना को लेकर भी अखिलेश ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए दावा किया था कि इस परियोजना का तीन चौथाई काम सपा सरकार के कार्यकाल में ही हो गया था.