25 मार्च को छह साल करेगी पूरे योगी सरकार, शिक्षा मित्र, अनुदेशक कर रहा बेसब्री से अपने भविष्य बदलने का इंतजार
शिक्षा मित्र 20 साल से अनुदेशक 10 वर्ष से यूपी सरकार में अपना योगदान देकर योगी की पाठशाला को नंबर वन बना रहा है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अपने नाम प्र कई खिताब हासिल कर चुके है। अब इस समय उनके नाम सबसे ज्यादा दिन रहने वाले मुख्यमंत्री का खिताब भी उनके नाम पर आ गया है। इससे पहले यह खिताब कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे स्व श्री डॉ सम्पूर्णानन्द के नाम पर था। अब सीएम योगी ने यह खिताब अपने नाम पर हासिल कर लिया है।
अब इस खिताब को हासिल करके यूपी सरकार योगी पार्ट 2 का एक वर्ष पूरा 25 मार्च को करने जा रही है। उस दिन का शिक्षा मित्र अनुदेशक बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा है जब सीएम योगी मंच से कुछ बड़ी घोषणा कर दें और एक लाख चालीस हजार और 26000 हजार अनुदेशकों को बड़ा आशीर्वाद दे दें।
प्रदेश सरकार के 25 मार्च को 6 साल पूरे होने पर शिक्षामित्र और अनुदेशक सरकार के तोहफे को लेकर आस लगाए हुए हैं। 140000 शिक्षामित्र और 26000 अनुदेशक प्रदेश में कार्यरत हैं। 25 मार्च को अपने सुनहरे भविष्य की याद को लेकर सरकार के दूसरे का इंतजार कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मित्र संघ ने सरकार से इस अवसर पर मांग की है कि उन्हें बेहतर भविष्य तोहफा प्रदान किया जाए। प्राथमिक शिक्षा विद्यालय में शिक्षा मित्र 2001 से कार्य कर रहा है शिक्षामित्र सामान्य शिक्षकों की बात करते हैं लेकिन उन्हें तो मानदेय व पुरस्कार स्वरूप कोई प्रोत्साहन नहीं मिलता है 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द करने के बाद से उन्हें सिर्फ ₹10000 प्रतिमाह मानदेय मिल रहा है। यह भी सिर्फ 11 महीना मिलता है।
इस मानदेय से इस महंगाई में अपने परिवार का भरण पोषण करने में सक्षम नहीं है काफी शिक्षक अवसाद में है जिसके चलते इलाज और आर्थिक तंगी में रोज मौतें हो रही हैं अगर सरकार 25 मार्च को कुछ नया शिक्षामित्रों को प्रदान करती है शिक्षा मित्र परिवार उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के आजीवन आभारी रहेंगे और उनके साथी जो मौत के मुंह में जा रहे हैं उस पर भी लगाम लग जाएगी।
वही अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा है कि हम अपने भविष्य के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से अपील करते हैं अनुरोध करते हैं कि हमें 25 मार्च को एक ₹17000 मानदेय और नियमितीकरण का अमूल्य तोहफा देकर अनुग्रहित करें अनुदेशक परिवार आपका आजीवन आभारी और ऋणी रहेगा। अनुदेशक 2013 से उत्तर प्रदेश में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत है और उस समय से लगातार शिक्षा का स्तर सुधार कर प्रदेश के नौनिहालों का भविष्य सुरक्षित कर रहा है।
₹9000 वेतन में अनुदेशक इस महंगाई में कैसे अपना पेट भर रहा है बयां नहीं किया जा सकता है उसके साथ-साथ अनुदेशक ट्रांसफर की भयंकर पीड़ा से भी गुजर रहा है और साथ में 100 बच्चे की बाध्यता उसके रोजगार पर ही संकट खड़ा कर देते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी इन सभी समस्याओं से निजात देते हुए ₹17000 मानदेय जो कि माननीय हाईकोर्ट इलाहाबाद में आदेश जारी कर दिया है उसे पूरा करते हुए अनुदेशक परिवार को अपना आशीष प्रदान करें।