लखनऊ में भरेंगे कल शिक्षा मित्र हुंकार, करो मरो की बात कहकर घर से निकल रहे है
उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले से शिक्षा मित्र निकल रहे है।
उत्तर प्रदेश में 18 अक्टूबर को पूरे प्रदेश के शिक्षा मित्र राजधानी लखनऊ के लिए आज शाम को निकल रहे है कई जिलों से जो दूर दराज के है वहाँ से निकल चुके है। जबकि बाकी जिलों से निकल रहे है। इसमें शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला ने कहा कि हम कल दोपहर दो बजे तक सरकार और सरकार के अधिकारियों से मिलने का इंतजार करेंगे उसके बाद हम अपनी रणनीत तय करेंगे कि आगे हमको क्या करना है।
शिक्षा मित्र लगातार सरकार के द्वारा अनदेखा किए जाने के बाद सरकार से सवाल करने के लिए लखनऊ जा रहा है। कई शिक्षा मित्रों से बातचीत के मुताबिक इस बार आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए हम लखनऊ जा रहे है सरकार जब तक हमें नियमित और एक समुचित वेतन देने की व्यवस्था नहीं करेगी हम पीछे नहीं हटेंगे।
मथुरा के शिक्षा मित्र उदय सिंह ने कहा, में महिला शिक्षा मित्र बहनों से विशेष अपील करते हुए सभी महिला शिक्षा मित्र बहनों से कहना चाहता हूँ कि शिक्षामित्रों में आपकी भागेदारी 65% है इसलिए आपकी भगीदारी धरने में भी उसी हिसाब से होनी चाहिए। इसलिए आप अधिक से अधिक संख्या में लखनऊ के लिए घरों से निकलें,. और अपने आस पास की अपनी महिला साथियों से भी कहें नारी अबला नही सबला है जैसे घर में अबला सबला हैं मैदान में भी सबला क्यों इसका परिचय दें ।
वहीं मथुरा के शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष खेम सिंह चौधरी ने कहा, बड़े शर्म की बात है कि हमारे बीच के लोग ही शिक्षा मित्रों को धरने में जाने से रोकने के लिए पूरा दम लगा रहे है और शिक्षा मित्र भी उन दोगले जयचन्दों की बातों में आ रहे हैं अभी मुझे जानकारी मिली है कि इस तरह की अफवाएं फैलाई जा रही है कि इस धरने की परमिशन नही है । उन सभी से कहना चाहता हूँ की पहली बात तो यह है कि जो भी कार्यक्रम होता है यह उसकी हेडक होती है आम शिक्षा मित्रों की नही।
दूसरी बात की परमिशन कभी सरकार देती नही है बल्कि धरने के लिए संघठन की ओर से पुलिस प्रसासन को लिख कर दिया जाता है कि उक्त दिनांक को हम अपनी मांगों के लिए कार्यक्रम करेंगे । तीसरी बात की संघठन के लोग मूर्ख नही है कि बिना लिखा पढ़ी के कोई कार्यक्रम करेंगे क्योकि आम शिक्षा मित्रों को तो कोई नही जानता है सबसे पहले तो कोई कार्यवाही होगी तो वह आयोजको पर होगी । चौथी बात की लखनऊ धरने के लिए इको गार्डन में पिछले 3 दिनों से इतना बड़ा पंडाल टेंट लगाया जा रहा है तो क्या वह बिना परमिशन के लग जायेगा ।
ओर अंत मे यह कि हम पिछले 17 सालों से जिला पर कार्यकम करते आये हैं और यह हमसे बेहतर कोई नही जानता कि कार्यक्रम करने के लिए क्या करना पड़ता है । अभी 3 सितंबर को ही हमने कार्यक्रम किया था तब हमने प्रसाशन को लिख कर दिया था कि हम 3 सितंबर को कार्यक्रम करेंगे । बाकी पुलिस प्रसासन की यह जिमेवारी की वह सुरक्षा के क्या इंतजाम करती है । बस यही कहूंगा कि अफवाओं से दूर रहें ।
संभल के शिक्षा मित्र रविंद्र हरि ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षामित्र पिछले 6 वर्षों से पूर्ण कालिक शिक्षक बनने के लिए इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार अभी भी मात्र 10,000 रुपए में अल्प मानदेय में शिक्षक के बराबर कार्य ले रही है।
वेतन व मानदेय का अंतर शिक्षामित्र के परिवार पर पड़ रहा है। अल्प मानदेय में कैसे बच्चों को पढ़ाएं, कैसे विवाह करें और कैसे बूढ़े मां-बाप की दवाई कराएं। उन्होंने कहा कि अब शिक्षामित्र दिन प्रतिदिन आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इस मौके पर हरीश शर्मा, हरपाल, योगेंद्र, रूबी सागर, सुरेंद्र, गोविंद सिंह, चंद्र प्रकाश, दीपक त्यागी, कमल सिंह श्रीवास्तव आदि शिक्षामित्र मौजूद रहे।
वहीं शिक्षामित्र केयर समिति अंबेडकर नगर के जिला संयोजक व शिक्षामित्र शिक्षक संघ अम्बेडकर नगर के जिला अध्यक्ष राम चन्दर मौर्य ने जनपद के सभी शिक्षामित्रों व सभी शिक्षामंत्र संगठनों के शिक्षामित्र नेताओं से वर्तमान परिस्थितियों शिक्षामित्रों की समस्याओं को देखते हुए सभी पिछली कमियों को भूल कर एक जुट होकर शिक्षामित्र संगठनों की गुटबाजी की नीति से ऊपर उठकर शिक्षामित्र हित में 18 अक्टूबर 2023 को ईको गार्डेन लखनऊ में प्रस्तावित धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम में आम शिक्षामित्र के रूप में शामिल होने की अपील किया है।
जिला संयोजक, जिला अध्यक्ष राम 7 चन्दर मौर्य ने कहा कि सभी शिक्षामित्र साथियों के धरना प्रदर्शन में शामिल होने पर ही शिक्षामित्र समस्याओं के समाधान को निर्णायक स्थिति में लाया जा सकता है। शिक्षामित्र हित में जनपद के सभी शिक्षामित्रों से 18 अक्टूबर को लखनऊ पहुंचने की अपील किया।