सपा के 'पत्र' पर अब आया शिवपाल यादव का जवाब, अखिलेशपर किया पलटवार, बताया फ्यूचर प्लान..!!
इस दौरान शिवपाल यादव का वह दर्द भी छलका, जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के सिंबल को अपनाया था.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सियासी तूफ़ान कभी थमता नहीं है. चाचा-भतीजे के बेच सब-कुछ ठीक नहीं है. समाजवादी पार्टी द्वारा शिवपाल यादव के लिए जारी किये गए 'स्वतंत्रता' वाले पत्र पर अब उनका जवाब आया है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल ने मंगलवार को कहा कि अखिलेश के पत्र ने राजनैतिक अपरिपक्वता का प्रमाण दिया है. इसमें औपचारिक स्वतंत्रता दी गई है जबकि इससे अच्छा होता कि वह हमें विधानमंडल और पार्टी से निकाल देते.
इस दौरान शिवपाल यादव का वह दर्द भी छलका, जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के सिंबल को अपनाया था.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मीडिया के माध्यम से मुझे इस पत्र के बारे में पता चला कि औपचारिक स्वतंत्रता मुझे दे दी गई है और यह अपरिपक्वता है. अगर यही था तो आप मुझे विधानमंडल दल से निकाल देते और इस पत्र की क्या ज़रूरत है, क्योंकि संविधान के अनुसार हम सब स्वतंत्र हैं. इससे तो यही लगता है कि ये सब अपरिपक्व हैं.
समाजवादी पार्टी से रिश्ता खत्म होने पर अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर शिवापाल सिंह यादव ने कहा कि हमने तो चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी का सिंबल लिया, अपनी पार्टी छोड़ी और समाजवादी पार्टी के लिए पूरी मेहनत की और उसके बाद यह पत्र जारी किया जाता है. यह महज अपरिपक्वता है. बता दें कि बीते दिनों सपा की ओर से शिवपाल सिंह यादव के लिए जारी पत्र में कहा गया था कि शिवपाल सिंह यादव जी, अगर आपको लगता है कि कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं.
शनिवार को समाजवादी पार्टी की ओर से सपा विधायक और प्रसपा मुखिया शिवपाल यादव के नाम एक पत्र लिखा गया था जिसमें कहा गया कि अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं।' इसी तरह सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के नाम भी एक पत्र जारी हुआ था जिसमें उनको नसीहत देते हुए कहा गया था कि ओम प्रकाश राजभर जी, समाजवादी पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लड़ रही है। आपका बीजेपी के साथ गठजोड़ है और लगातार बीजेपी को मजबूत करने का काम कर रहे हैं। अगर आपको लगता है कि कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं।'