भतीजे अखिलेश को मिलेगा चाचा शिवपाल का आर्शीवाद, अब बहू डिंपल के लिए मांगेंगे वोट

Update: 2022-11-15 15:04 GMT

मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी सीट पर उपचुनाव के लिए सपा नेता अखिलेश यादव ने बड़ा दांव खेला है। स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शिवपाल यादव का भी नाम शामिल किया गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या चाचा-भतीजे के बीच बात सुलह हो गई है। चुनाव आयोग को भेजी गई लिस्ट में चालिस स्टार नेताओं के नाम दिए है, जिसमें सबसे ऊपर अखिलेश यादव और सातवें नंबर पर शिवपाल यादव का नां हैं। यहां पर बता दें कि इससे पहले रामपुर और आजमगढ़ उपचुनाव में शिवपाल को प्रचारकों की लिस्ट से बाहर रखा गया था।

बहू के लिए दोस्त का विरोध करेंगे शिवपाल

दरअसल, मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी ने रघुराज शाक्य को चुनावी मैदान में उतारा है। रघुराज शाक्य प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे हैं। शिवपाल यादव के करीबियों में उनका नाम गिना जाता रहा है। उन्हें पिछले दिनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराया था। इसके बाद रघुराज को डिंपल यादव के सामने मैनपुरी से चुनावी मैदान में उतार दिया गया है। उधर, लोकसभा उपचुनाव के लिए मुलायम सिंह यादव के परिवार में एकजुटता के दावों पर खुद शिवपाल ने सवाल खड़े कर दिए हैं। सोमवार को नामांकन से पहले प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि शिवपाल यादव से पूछकर ही प्रत्याशी तय किया गया है। लेकिन सूत्रों की माने तो शिवपाल की नाराजगी अभी खत्म नहीं हुई है लेकिन बहू के मैदान उतरने से सियासी तौर पर फिलहाल चुप रहकर समर्थन करेंगे।

सपा में सम्मान नहीं मिलने पर शिवपाल नाराज

दरअसल, सपा और प्रगतिशील समाज पार्टी के गठबंधन के बाद अखिलेश यादव ने केवल शिवपाल यादव को चुनावी मैदान में उतारा था। इस कारण उन्होंने अपनी राह अलग कर ली। इस सीट से सपा ने सर्वेश शाक्य को चुनावी मैदान में उतार दिया। वे पूर्व सांसद सर्वेश शाक्य के बेटे हैं। रघुराज शाक्य ने 27 जनवरी 2017 को समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

मुलायम की सीट संभालेंगी बहू !

आपको बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट पर उप चुनाव सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हो रहा है। यह मुलायम परिवार की परंपरागत सीट रही है। ऐसे में सपा की ओर से डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया गया है।अखिलेश यादव ने दावा किया है  कि मैनपुरी के लोग डिंपल यादव को जीताकर संसद भेजेगी। हालांकि, भावनाओं को एक तरफ रखें तो शाक्य वोट बैंक मुलायम सिंह यादव तक की चिंता इस सीट पर बढ़ाता रहा है। मैनपुरी सीट से लोकसभा चुनाव 2019 में महज 94,389 वोटों के अंतर सेजीता था। मुलायम के खिलाफ प्रेम सिंह शाक्य चुनावी मैदान में उतरे थे।

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