तो क्या योगी सरकार की पसंद है आप सांसद संजय सिंह, जानिए क्यों चाहती ही बीजेपी यूपी में आम आदमी पार्टी का दखल?
यूपी में आप की सक्रियता का राज उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी बाया संजय सिंह इन दिनों जिस तरीके से एक्टिव हैं. उसे राजनीतिक गलियारों में उसके नेता तलाशे जा रहे हैं. इतना तो तय है कि आम आदमी पार्टी अकेली यूपी में कोई बड़ा उलटफेर करने की हैसियत में नहीं है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस हो या सोशल मीडिया के जरिए मीडिया में तो इस मुकाम को हासिल किया जा सकता है. लेकिन उससे संगठन तैयार नहीं होता है. इसी वजह से यह सवाल उठ रहा है. फिर इतनी सक्रियता क्यों है?
एक राय है. खुद योगी सरकार चाहती है कि यूपी में आम आदमी पार्टी को कुछ स्पेस मिले. क्योंकि इसके जरिए समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस तीनों को चिढ़ाया जा सकता है. आमजन को सरकार के खिलाफ जितनी आक्रमक ताकि उम्मीद इन तीन पार्टियों से है. वह संजय सिंह अकेले ही पूरी किए दे रहे हैं. आम आदमी पार्टी कितनी आक्रामक होगी विपक्ष के वोटों में बंटवारे की गुंजाइश उतनी ज्यादा रहेगी.
वहीं दूसरी राय यह है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में महज 1 साल बचा है. आदमी आम आदमी पार्टी को मालूम है कि अकेले चुनाव जीतने का बहुत नहीं रखती है. लेकिन अगर साथ कुछकुछ वोटर आ जाए तो चुनाव में बड़ी-बड़ी पार्टियों से चुनावी तालमेल की संभावना बन सकती है. पार्टियों के चुनावी तालमेल के जरिए पार्टी के लिए विधानसभा के ज्यादा आसान होगा. वैसे भी संजय सिंह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के रहने वाले हैं और स्थानीय स्तर पर दूसरी पार्टियों के कई बड़े नेताओं के साथ उनके बहुत अच्छे हैं.