बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को बकाया एरियर भुगतान अब ऑनलाइन आवेदन करने पर मिलेगा। इससे शिक्षकों को विभागीय दफ्तरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। वहीं जिम्मेदार अफसरों को तय समय सीमा में उसका निस्तारण करना पड़ेगा। बहानेबाजी नहीं चलेगी।
उ.प्र. बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह ने बीएसए डा. विनीता को पत्र भेजा है। इसमें कहा है कि शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के एरियर भुगतान, मृतक आश्रित नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र ने पोर्टल विकसित किया है। इसे आनलाइन कर दिया है। अब समस्त प्रकार के एरियर भुगतान एवं मृतक आश्रितों की नियुक्ति इसी मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से आनलाइन होगा। यूजर मैन्यूअल के अनुसार समय से कार्रवाई होगी। शिक्षक मानव संपदा पोर्टल पर वेब एड्रेस के जरिए लागिन करें। यदि आवेदक द्वारा आवेदन करने के दौरान किसी प्रकार की त्रुटि कर दी जाती है तो वह आवेदन को डिलीट भी कर सकता है। दोबारा त्रुटिरहित आवेदन कर सकता है। हालांकि यदि उसने आवेदन अधिकारी के पास फारवर्ड क दिया तो उसे डिलीट नहीं कर सकता है।
सात दिन का समय बीईओ व लेखाधिकारी को मिलेगा
बीईओ मानव संपदा पोर्टल पर लागिन करने के बाद सभी लंबित एरियर आवेदन देख सकेंगे। फिर वे अभिलेखों का परीक्षण कर प्रथम आओ प्रथम पाओ के क्रम में एकाउंट आफीसर को आगे की कार्रवाई के लिए उसे फारवर्ड करेंगे। इसके लिए बीईओ को सात दिन का समय मिलेगा। आवेदन एवं संलग्न अभिलेखों की जांच के दौरान यदि किसी प्रकार की गलती पाई जाती है तो बीईओ आवेदन को रिजक्ट कर सकते हैं। रिमार्क कालम में रिजेक्ट करने का कारण दर्ज करना पड़ेगा। लेखाधिकारी भी सात दिन के अंदर एरियर स्वीकृत करेंगे। वित्तीय स्वीकृति प्रदान होने पर एरियर आवेदक के दिए गए बैंक खाते में अपने आप पहुंच जाएगा।