यूपी में कोरोना से जो हो रहा है उसमें सरकार के साथ चुनाव आयोग जिम्मेदार - प्रियंका गाँधी

Update: 2021-05-01 08:31 GMT

लखनऊ: एक तरफ उत्तर प्रदेश में कोरोना से कोहराम मचा हुआ है, दूसरी तरफ कोरोना के बीच पंचायत चुनाव संपन्न हो रहे है। जिस पर रोक लगाने को लेकर विपक्ष सहित सत्ताधारी भाजपा के नेता भी आवाज उठाते रहे हैं। लेकिन पहले मतदान को नहीं रोका गया और अब मतगणना भी निर्धारित तारीख यानी 2 मई को कराई जाएगी। जिसके बाद एक बार फिर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार को आईना दिखाने की कोशिश की है।

प्रियंका गांधी ने पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी कर रहे शिक्षकों के कोरोना संक्रमित पाए जाने और उनकी मृत्यु हो जाने पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने लिखा कि, उत्तर प्रदेश में चुनाव ड्यूटी करने वाले लगभग 700 शिक्षकों की मौत हो चुकी है। जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है, जिसे चुनाव ड्यूटी करने के लिए मजबूर किया गया।

कांग्रेस महासचिव ने सूबे की योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि, कोरोना की दूसरी लहर की भयावता के बारे में एक बार भी विचार किए बिना उप्र की लगभग 60,000 ग्राम पंचायतों में पंचायत चुनावों को कराया गया। बैठकें हुईं, चुनाव अभियान चला और अब ग्रामीण इलाकों में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में लोगों की बड़ी संख्या में मृत्यु हो रही है, जो कि झूठे सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा है।

उन्होंने कहा कि, पूरे उप्र के ग्रामीण इलाकों में लोगों की घरों में मृत्यु हो जा रही है और इनको कोविड से होने वाली मौतों के आंकड़ों में गिना भी नहीं जा रहा है। क्योंकि ग्रामीण इलाकों में टेस्ट ही नहीं हो रहे हैं। उन्होंने सरकार पर सच दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि, सरकार का अधिकतम प्रयास जनता व लोगों की दिन रात सेवा कर रहे मेडिकल समुदाय को भयभीत करने में रहा है। उप्र में जो घट रहा है, वह मानवता के खिलाफ अपराध से कम नहीं है, और चुनाव आयोग इसमें भागीदार है।

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