शिक्षक भर्ती से जुड़े अभ्यर्थियों का धरना खत्म, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने मांगा बीस दिन का समय
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ईको गार्डन में शिक्षक भर्ती से जुड़े अभ्यर्थियों का धरना आज मंत्री संदीप सिंह के आश्वासन पर खत्म हो गया है। मंत्री संदीप सिंह ने 5 अभ्यर्थियों के एक डेलिगेशन से मुलाकात करके उन्हे समझाकर 20 दिन का मांगा समय है। मंत्री के इस आश्वासन के बाद अभ्यर्थी इको गार्डन लौट गए है और धरना खत्म करने का ऐलान किया है ।
प्राइमरी स्कूलों में खाली पदों पर शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकालने को लेकर बीटीसी अभ्यर्थियों ने गुरुवार को निशातगंज स्थित निदेशालय पर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। पुलिस ने अभ्यर्थियों को जबरन उठाकर आलमबाग के इको गार्डन भेजा। यहां अभ्यर्थियों का धरना जारी था। जो अब समाप्त हो गया है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से मुलाकात करके अब धरना खत्म किया गया है।
क्या था मामला
निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशालय गुरूवार सुबह करीब 10 बजे करीब 200 बीटीसी पास अभ्यर्थी पहुंचे। हाथों में प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे, 51112 खाली शिक्षकों के पद भरे जाएं। यह स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। अभ्यर्थी पवन पाण्डेय, बिट्टू व नितेष के नेतृत्व में अभ्यर्थियों ने सरकार से नई शिक्षक भर्ती निकालने का आह्वान किया।
अभ्यर्थियों ने कहाकि प्राइमरी स्कूलों में भारी संख्या में शिक्षकों के पद खाली हैं। दोपहर दो बजे पहुंची पुलिस ने धरने पर बैठे अभ्यर्थियों को बस में बैठाकर ईको गार्डन भेजा। धरना स्थल पर मौजूद अधिकारियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री से शुक्रवार को वार्ता का भरोसा दिया है। जो आज मंत्री से वार्ता हुई है।
69 हजार शिक्षक भर्ती की चयन सूची में शामिल 6800 अभ्यर्थियों ने भी घेरा था बेसिक शिक्षा मंत्री का आवास
69 हजार शिक्षक भर्ती की चयन सूची में शामिल 6800 अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर सोमवार को बेसिक शिक्षा मंत्री का आवास घेरकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी धरने पर बैठ गए हैं। इन अभ्यर्थियों ने एक हफ्ता पहले भी बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया था, लेकिन उन्हें कहीं से कोई उचित आश्वासन या समाधान नहीं मिला। आक्रोशित अभ्यार्थियों ने अपनी मांग को लेकर आज एक बार फिर मंत्री आवास का घेराव किया।
उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा वर्ष 2018 में कराई गई 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया। अभ्यर्थियों ने कहा कि शासन-प्रशासन अब बेसिक शिक्षा नियमावली का पालन नहीं कर रहा है। 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगति को लेकर 6800 चयनित अभ्यर्थियों में काफी रोष व्याप्त है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा कि सरकार में बैठे अधिकारी आरक्षित अभ्यर्थियों को पिछले दो साल से गुमराह करते रहे हैं। 6800 की सूची जारी कर नियुक्ति देने की बात कही गई थी लेकिन इस मामले को कोर्ट में ले जाकर फंस दिया। धरने में बैठे अभ्यर्थियों में मुख्य रूप से रामा यादव, रीता शेखर, अन्नू पटेल, गंगा शरण, राजबहादुर, भोलानाथ, अमित गंगवार, रामदयाल लोधी और अंजुम गौतम सहित सैकड़ों अभ्यर्थी शामिल रहे।