35 लाख लूटने वाले यूपी STF के सीओ का हुआ ट्रांसफर, इंस्पेक्टर को भी हटाया
राजधानी लखनऊ के बंथरा में युवक से 35 लाख की विदेशी मुद्रा लूट मामले में आरोपी एसटीएफ कानपुर यूनिट के सीओ विजय प्रताप का पीटीएस सुल्तानपुर, एसटीएफ इंस्पेक्टर जैनुद्दीन अंसारी का ईओडब्लयू में तबादला कर दिया गया है।
राजधानी लखनऊ में लूट की घटना के बाद बाराबंकी पुलिस ने भी रिश्वतखोरी कर खाकी को शर्मसार किया था, जिसके बाद बंथरा थाने की भी एक करतूत सामने आ रही है। करीब महीने भर पहले एयरपोर्ट से पकड़े गये तीन व्यक्तियों को बंथरा थाने में बंधक बनाकर पीटने और लाखों की उगाही के मामले में बंथरा के पूर्व कोतवाल और एसटीएफ की टीम के खिलाफ लूट और भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामले की विवेचना सीओ कृष्णानगर लालप्रताप सिंह को सौंपी गई है। विदेशी मुद्रा की बरामदगी के मामले में एसएसपी कलानिधि नैथानी की जांच में एसटीएफ में तैनात सीओ, इंस्पेक्टर व सिपाही दोषी पाये गये हैं। वहीं तत्कालीन इंस्पेक्टर बंथरा की व्यावसायिक लापरवाही उजागर हुई है।
एसटीएफ की कानपुर यूनिट को विदेशी मुद्रा की तस्करी की गोपनीय सूचना मिली थी। चार मार्च को एसटीएफ के सीओ, इंस्पेक्टर व सिपाही ने लखनऊ एयरपोर्ट के पास से कानपुर के दलेलपुरवा निवासी सलाउद्दीन को पकड़ा था। सलाउद्दीन के पास से विदेशी मुद्रा मिलने का दावा किया गया था। एसटीएफ पहले उसे बंथरा थाने ले गई थी और फिर कानपुर। कानपुर से सलाउद्दीन एसटीएफ की अभिरक्षा से भाग निकला था। इस बीच दिल्ली निवासी लुकमान ने एसटीएफ पर 34 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा लूट लेने का आरोप लगाया और एक वीडियो वायरल कर दिया।
एसएसपी कलानिधि को मामले की जांच सौंपी गई थी। जांच में खुलासा हुआ कि एसटीएफ की टीम एयरपोर्ट से रकम के साथ पकड़े गये व्यक्तियों को बंथरा थाने ले गई, जबकि सरोजनी नगर ले जाना चाहिये था। मामला सोशल मीडिया में वायरल होने पर एसटीएफ ने बरामद रकम कानपुर के अनवरगंज थाने में जमा कराई है, जबकि इसे संबंधित थाने में जमा कराना चाहिये था।