लखनऊ। कांग्रेस आलाकमान की मंजूरी के बगैर उत्तर प्रदेश के जौनपुर और झांसी में कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की नियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के लिए मुसीबत बन गई है। खाबरी को दिल्ली तलब किया गया है। वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे उनसे नियुक्तियों को लेकर सवाल-जवाब करेंगे। साथ ही संगठन में बड़े फेरबदल की रूपरेखा भी तैयार करेंगे। ये भी कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव की हार के बाद जिस तरह से तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हटाया गया था, वैसे ही निकाय चुनाव की हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी को भी हटाया जा सकता है।
यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने 26 मई को एक पत्र जारी कर अजय सोनकर को जौनपुर का कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बना दिया था। अजय सोनकर को कार्यवाहक जिला अध्यक्ष नियुक्त करने से पहले वहां के जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज को कोई सूचना नहीं दी गई, न ही उन्हें हटाने का कोई पत्र जारी किया गया। फैसल हसन तबरेज पुराने कांग्रेसी हैं। एनएसयूआई में रहे। यूथ कांग्रेस में रहे और वर्तमान में जिला अध्यक्ष हैं। इसी तरह झांसी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष पद पर बलवान सिंह यादव की नियुक्ति कर दी गई। झांसी में भगवानदास कोरी जिलाध्यक्ष थे। उनको भी हटाने का नोटिस दिया गया, न ही इस बाबत उनसे किसी प्रकार का संवाद किया गया।
आलाकमान को जब इसकी जानकारी मिली तो कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्र जारी कर तत्काल दोनों नियुक्तियों को निरस्त कर दिया। केसी वेणुगोपाल ने पत्र में लिखा कि कार्यवाहक जिलाध्यक्षों की नियुक्ति सांगठनिक प्रक्रिया को पूरा किए बगैर की गई है। पार्टी के संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि जिलाध्यक्ष या कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की तैनाती के लिए जिले के प्रभारी सचिव, प्रभारी महासचिव, उपाध्यक्ष, प्रांतीय अध्यक्ष और जोन के राष्ट्रीय सचिव की सहमति जरूरी होती है। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय कमेटी का अनुमोदन लेना होता है।
जिन दो जिलाध्यक्ष की जगह कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की तैनाती की गई थी, उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने नियुक्त किया था। ऐसे में कांग्रेस के भीतर गुटबाजी की बात भी सामने आ रही है। आलाकमान से बातचीत के बगैर मनमाने तरीके से कार्यवाहक जिलाध्यक्षों की तैनाती और गुटबाजी को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी से दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सवाल-जवाब करेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस मामले को लेकर आलाकमान गंभीर है। प्रदेश अध्यक्ष को उनके पद से हटाया भी जा सकता है। साथ ही 2024 के चुनाव के मद्देनजर संगठन में बड़े बदलाव भी किए जा सकते हैं।