आजम खान ने ली विधायक पद की शपथ और दे दिया बड़ा संदेश, अब मची है सपा में खलबली
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से नव निर्वाचित विधायक AzamKhan आज विधानसभा में आए और शपथ भी ली लेकिन एक बड़ा संदेश जरूर दे गए है। उन्होंने न तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बातचीत की नही मुलाकात की। इससे एक बड़ा संदेश जरूर चला गया है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश माहाना ने आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला खान को शपथ ग्रहण कराई।
आज यूपी विधानसभा पहुंचे खां साहब लाल टोपी वालों के बीच थे लेकिन खुद काली टोपी में थे और उनके विधायक साहबजादे बगैर टोपी के थे। राजनीति तो संकेत के ही मायने होते हैं।
आजम खान इससे पहले भी अमर सिंह को लेकर सपा के तत्कालीन अध्यक्ष मुलायम सिंह से भी खासे नाराज हो गए थे तब उनकी कांग्रेस में जाने की चर्चा तेज हुई थी ठीक उसी तरह आज फिर आजम खान नराज थे लेकिन आम लोगों को यह उम्मीद थी कि सदन में आने पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यदाव से मुलाक़ात जरूर करेंगे। लेकिन नहीं हुई, इतना ही कोई बात भी नहीं हुई।
नाराज़गी आज़म की सियासत का अन्दाज़ है। सत्ता में रहते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कैबिनेट की लगातार 9 बैठकों का हिस्सा भी नहीं बने थे आजम खान। अमर सिंह के असर पर अपने प्यारे मुलायम सिंह यादव से भी एक वक्त में दूरी बना ली थी।
बता दें कि आजम खान की नाराजगी की चर्चा पिछले कई दिनों से चल रही थी उस पर आज मुहर जरूर आजम खान ने लगा दी है। आजम खान से फिलहाल शिवपाल यादव की नजदीकी कुछ और बया कर रही है वहीं कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की दोस्ती पर भी सबकी निगाह टिकी हुई है।
वहीं आजम खान की जेल से रिहाई के वक्त भी शिवपाल सिंह यादव उन्हे जेल से रिसीव करने पहुंचे थे। वहीं राजनैतिक गलियारों मे चर्चा है कि रामपुर में लोकसभा उपचुनाव है और अखिलेश अभी लोकसभा उम्मीदवार का नाम नहीं खोल रहे है जबकि इसी सीट से आजम खान सांसद थे और उन्होंने विधायक चुने जाने के बाद इस्तीफा दिया है। आजम खान जरूर चाहेंगे कि इस सीट से उनकी पत्नी चुनाव लड़ें या कोई और नजदीकी सांसद बने। फिलहाल आजम खान अभी दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट की टिप[ननी के बाद जमानत पर आए है।