UP पंचायत चुनाव : सीटवाइज आरक्षण को लेकर गांव-गांव बेचैनी, प्रत्याशियों में हलचल तेज, जानें- कब आएगी लिस्ट
चुनाव लड़ने की तैयारियों में लगे प्रत्याशियों में यह असमंजस है कि कौन सी सीट किस वर्ग के लिए आरक्षित होगी.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav) को लेकर गांव-गांव बेचैनी देखने को मिल रही है. हालांकि रोटेशन के आधार पर आरक्षण की प्रक्रिया को लेकर शासनादेश जारी हो चुका है, लेकिन अब दावेदारों में यह असमंजस है कि कौन सी सीट किस वर्ग के लिए आरक्षित होगी. दरअसल, अभी तक सरकार ने यही बताया है कि उनके क्षेत्र में कितनी सीटें किस वर्ग के लिए आरक्षित हैं, लेकिन अभी सीटवाइज आरक्षण स्पष्ट नहीं. सीटगत आरक्षण के लिए अभी और इंतजार करना होगा. उम्मीद है कि अगले माह 14 मार्च तक आरक्षण का अंतिम प्रकाशन हो पाएगा.
मिल रही जानकारी के मुताबिक आरक्षण के लिए अभी लोगों को इंतजार करना होगा. आरक्षण का प्रशिक्षण देने के लिए प्रदेश के सभी डीपीआरओ लखनऊ बुला लिए गए हैं. डीपीआरओ को 16 और 17 फरवरी को आरक्षण के आवंटन की प्रक्रिया समझायी जाएगी. 18 और 19 फरवरी को डीपीआरओ जिले में आकर खंड विकास अधिकारियों को इस प्रक्रिया का प्रशिक्षण देंगे. अगले माह 14 मार्च को आरक्षण का अंतिम प्रकाशन करने की तैयारी सरकार द्वारा की गई है.
सीटगत आरक्षण का इंतजार
इस बीच पंचायत चुनाव के आरक्षण को लेकर गांव-गांव बेचैनी बनी हुई है. प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के अलावा क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष पदों के आरक्षण की प्रक्रिया अभी पूरी होनी है. सरकार ने विभिन्न पदों के लिए किस जाति के कितने पद आरक्षित होंगे इसकी संख्या तो जारी कर दी है, लेकिन सीटगत आरक्षण अभी जारी नहीं हुआ है.
14 मार्च को आ सकती है फाइनल लिस्ट
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक लखनऊ से प्रशिक्षण लेकर आने के बाद 20 फरवरी से एक मार्च के बीच सीटगत आरक्षण की सूची तैयार करने की योजना है. इस सूची का प्रकाशन 2 से 3 मार्च तक किया जाएगा. इसके बाद डीपीआरओ 4 से 8 तक आपत्तियां लेंगे. 10 और 12 मार्च को इन आपत्तियों को निस्तारण होगा. इसके बाद 13 और 14 मार्च को आरक्षण का अंतिम प्रकाशन होगा.