राज्य सरकार पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। यूपी को चार हिस्सों में बांटकर चुनाव कराने की तैयारी है। क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत और ग्राम पंचायत के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे। पंचायती राज विभाग 28 जनवरी से पांच फरवरी के बीच चुनाव के संबंध में संभावित कार्यक्रम देने पर विचार कर रहा है। इसके बाद आयोग अपने हिसाब से पंचायत चुनाव के लिए अधिसूचना जारी करेगा। राज्य सरकार की मंशा 31 मार्च तक चुनाव कराते हुए पंचायतों का गठन कराने की है, जिससे अप्रैल में होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं पर किसी तरह का कोई असर न पड़े।
चार चरणों में चुनाव की संभावना
पंचायत चुनाव चार चरणों में कराने की तैयारी है। इसीलिए यूपी को चार हिस्सों में बांटा जाएगा। उदाहरण, के लिए पूर्वी यूपी, पश्चिमी यूपी, बुंदेलखंड और मध्य यूपी में प्रदेश के सभी 75 जिलों को बांटा जाएगा। इसके आधार पर चुनाव कार्यक्रम तैयार हो रहा है। पंचायती राज विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक प्रदेश को चार हिस्सों में बांटकर चुनाव कराने में आसानी होगी। इसके आधार पर जरूरत के मुताबिक सुरक्षा के इंतजाम भी हो जाएंगे और एक साथ भार भी नहीं पड़ेगा। हालांकि अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
जनवरी में पूरा हो जाएगा आरक्षण
नगरीय सीमा का विस्तार होने से ग्राम पंचायतें और क्षेत्र पंचायतें कम हुई हैं। इनके पुनर्गठन के लिए परिसीमन का काम शुरू कराते हुए 15 जनवरी तक पूरा करने की तैयारी है। इसके साथ ही जनवरी में ही आरक्षण का काम पूरा कर लिया जाएगा। आरक्षण का फार्मूला क्या होगा ? इस पर मंथन चल रहा है। आयोग ने 22 जनवरी तक मतदाताओं की सूची हरहाल में तैयार करने को कहा है।
पंचायत चुनाव प्रदेश को चार हिस्सों में बांट कर कराया जाएगा, जिससे चरणवार चुनाव में किसी तरह की कोई बाधा न हो। परिसीमन के साथ आरक्षण का काम जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज