लखनऊ।लोकसभा चुनाव 2019 के पहले कांग्रेस की सदस्यता लेने वाली पूर्व भाजपा सांसद सावित्रीबाई फुले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर अपनी आवाज न सुने जाने का आरोप लगाया। सावित्री ने कहा कि वह नई पार्टी बनाएंगी और दलितों की आवाज उठाएंगी। नई पार्टी का ऐलान वह लखनऊ में कर सकती हैं।
मार्च 2019 में अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुईं। सावित्रीबाई फुले ने कहा था कि बाबासाहब अंबेडकर के बनाए संविधान को बचाने के लिए वह कांग्रेस का हाथ मजबूत करेंगी।
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह संविधान बदलने और आरक्षण को खत्म करने के लिए आरएसएस के साथ काम कर रही है। सावित्रीबाई फुले ने बीएसपी से अपना राजनैतिक सफर शुरू किया था, लेकिन बाद में बीजेपी में आ गई थीं।
बहराइच की पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने 2012 में बीजेपी के टिकट पर बलहा (सुरक्षित) विधानसभा सीट से चुनाव जीता था और 2014 में उन्हें सांसद का टिकट मिला और वह संसद पहुंची थीं। वह बीजेपी की दलित महिला चेहरा थीं, बाद में कांग्रेस में शामिल हुई थीं। छह साल की उम्र में उनकी शादी कर दी गई थी लेकिन उनकी विदाई नहीं हुई। इसके बाद बड़े होने पर उन्होंने संन्यास ले लिया।