पश्चिमी यूपी का नकल माफिया अरविंद राणा गिरफ्तार और राहुल गिरफ्तार

साल 2021 को नवंबर की 28 तारीख को उत्तर प्रदेश में यूपी टीईटी परीक्षा होनी थी। लेकिन पेपर होने से पहले ही परीक्षा लीक हो गई थी।

Update: 2022-04-02 09:58 GMT

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में बीते 2021 साल को 28 नवंबर को यूपी टीईटी पेपर लीक होने का मास्टर मांइड अब यूपी एसटीएफ की गिरफ्त में है। प्रदेश में टीईटी की परीक्षा लीक का मास्टरमाइंड अरविंद राणा उर्फ गुरुजी को एसटीएफ ने राज्य के बागपत जिले से गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश टीईटी पेपर लीक मामले में सरकार की काफी बदनामी हुई थी। उस समय भी राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, जिसे विपक्षी दलों ने निशाने में लेने से नहीं चूका था। 

 थाना कोतवाली जनपद शामली पर पंजीकृत केस में अभियुक्त 1-धर्मेन्द्र मलिक पुत्र कवरपाल निवासी ग्राम बुटराडी, थाना कोतवाली नगर, जनपद शामली 2-रवि पवाॅर उर्फ बन्टी पुत्र बिनोद सिंह नि0 ग्राम नाला, थाना काॅधला, जनपद शामली एंव 3-मनीष मलिक उर्फ मोनू पुत्र देवेन्द्र निवासी ग्राम झाल, थाना कोतवाली नगर, जनपद शामली को दि0 28-11-2021 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। दिनंाक 29-11-2021 को राहुल चैधरी पुत्र रविराज निवासी ग्राम छचरपुर थाना बडौत, जनपद बागपत को तथा दिनांक 30-11-2021 को गौरव कुमार पुत्र प्रमोद नि0 हजियापुर थाना टप्पल, जनपद अलीगढ़ को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था तथा अरविन्द राणा व राहुल वंाछित चल रहा थे, जिसकी गिरफ्तारी हेतु बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई मेरठ के पर्यवेक्षण में एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, मेरठ की टीम द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था और अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। जिन्हे आज गिरफ्तार कर लिया गया है। 

अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि उक्त अभियुक्त अरविन्द राणा अपने साथी राहुल से मिलने उसके गांव आया था तथा वहाॅ से दोनो अभियुक्त कहीं दूर भागने की फिराक मे हैं, जिस पर निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में रवाना होकर थाना बुढाना, जनपद मु0नगर क्षेत्र ग्राम बिटावदा मन्दिर के पास पहॅुची तो जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि अभी हाल ही में आयोजित यू0पी0 टी0ई0टी0 की परीक्षा का पेपर आउट करने वाले गिरोह के दो सदस्य अरविन्द राणा व राहुल ग्राम बिटावदा में मन्दिर के पास खडे हैं। इस सूचना पर उक्त अभियोग के विवेचक उ0नि0 अजयबीर थाना शामली से समन्व्य स्थापित करते हुए ग्राम बिटावदा पहूचने को बताया गया। उ0नि0 अजयबीर बताये स्थान पर पहॅुचे तथा हम पुलिस वालों ने बिना देरी किये उक्त व्यक्तियो को चारो और से एकबारगी दबिश देकर गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त राहुल ने संक्षिप्त पूछताछ पर बताया कि मंैने भर्ती कराने की बात मोनू निवासी झाल से की थी, जिसकी एवज मे मंैने मोनू को 06 लाख रूपये दे रखे थे, लेकिन वह लडके भर्ती नही हुए थे। उसके बाद दिनंाक 28-11-2021 को होने वाली यूपी टीईटी की परीक्षा का पेपर उक्त 06 लाख रूपये की एवज में मोनू निवासी झाल ने मुझे दिये, जिसे मंैने 20-22 अभ्यर्थियो को पढ़ाया था। मंैने प्रत्येक अभ्यर्थी से 50-50 हजार रूपये लिये थे। अरविन्द राणा ने पूछताछ पर बताया कि मंैने राहुल से कहा था कि तुम मोनू नि0 झाल से यूपी टीईटी का पेपर ले आना तथा हम दोनों मिलकर अभ्यर्थियों को तैयार करेगें। उसके बाद राहुल उक्त पेपर मोनू से लेकर आया था तथा हम दोनों ने मिलकर अभ्यर्थियो से 50-50 हजार रूपये लेकर पढाया था।

2021 टीईटी पेपर लीक की जांच एसटीएफ को सौंपी

उत्तर प्रदेश टीईटी परीक्षा लीक के मामले में भाजपा सरकार यानी राज्य सरकार की बदनामी हुई थी। जिसके बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी को गिरफ्तार किया गया। इतना ही नहीं इसके साथ तीन दर्जन लोगों को गिरफ्तार करने के साथ कई बड़ों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी और इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी की गई थी। अब एसटीएफ टीम ने पेपर लीक के मास्टर माइंड अरविंद राणा को गिरफ्त में ले लिया है। भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल के यूपी टीईटी 2021 परीक्षा लीक के मुख्य आरोपित मास्टर माइंड अरविंद राणा उर्फ गुरुजी को उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने बागपत से पकड़ा है।

यूपी टीईटी सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठाए साल्वर

एसटीएफ के एसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि मूल रूप से शामली के झिंझना का निवासी अरविंद राणा उर्फ गुरुजी राज्य का बड़ा नकल माफिया है। वो सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान से भी जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि पेपर लीक का मास्टरमांइड राणा साल्वर गिरोह चलाता है। उसने यूपी टीईटी के अलावा एसएससी सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सेंधमारी करते हुए पेपर लीक कराता था। उत्तर प्रदेश टीईटी 2021 सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में वह अपने साल्वर बैठाकर पैसे लेकर हजारों लोगों को फर्जी तरीके से नौकरी दिलवा चुका है।

पेपर लीक के मामले में शामली से हुए थे तीन गिफ्तार

एसटीएफ एसपी ने आगे बताया कि आरोपित के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज हैं। इतना ही नहीं वह कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र से वांछित चल रहा था। इन दिनों आरोपित अरविन्द राणा उर्फ गुरुजी पल्लवपुरम के एक आलीशान मकान में रह रहा था। एसटीएफ टीम ने 2021 के नवंबर महीने में उत्तर प्रदेश पेपर लीक मामले में शामली से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से अरविन्द राणा फरार चल रहा था। जिसके बाद से राणा एसटीएफ के रडार पर था।

निर्देश बाद एसटीएफ पेपर लीक करने वालों पर हो चुकी थी केंद्रित

उत्तर प्रदेश टीईटी पेपर लीक केस की जांच कर रही एसटीएफ के हाथ पेपर लीक होने के अगले ही दिन यानी 29 नवंबर 2021 को ही अहम सुराग लगे थे। सीएम योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देशों के बाद एसटीएफ की जांच पेपर लीक करने वालों पर तभी से केंद्रित हो चुकी थी। एसटीएफ ने परीक्षा लीक मामले की जांच के साथ ही इस मामले में आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमा की विवेचना भी शुरू कर दी थी। यूपी की अलग-अलग टीमों ने लखनऊ, कौशाम्बी, मथुरा, प्रयागराज, अयोध्या व अन्य जिलों में 15 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। इतना ही नहीं बिहार के नालंदा निवासी साल्वर गिरोह के सरगाना राजन को भी खोजा गया। इतना ही नहीं प्रयागराज स्थित परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से कई जानकारियां जुटाई गई। एसटीएफ ने आरोपितों ने मोबाइल नंबरों के जरिए उन लोगों के बारे में छानबीन की, जिनके वे अधिक संपर्क में थे।

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