कौन है बीजेपी नेता रामबाबू द्विवेदी जिन्होंने उठाई थी पुलिस भर्ती में उम्र सीमा पर सबसे पहले आवाज!
Who is BJP leader Rambabu Dwivedi who was the first to raise voice on age limit in police recruitment
भारतीय जनता पार्टी में अपनी सरकार के दौरान जनहित के मामलों में अपनी आवाज प्रमुखता से उठाने वाले लोग बिरले ही होते है। एसे ही बीजेपी के एक युवा तुर्क नेता रामबाबू द्विवेदी है। रामबाबू द्विवेदी किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के एपीड़ा विभाग के सदस्य भी है।
रामबाबू द्विवेदी चूंकि किसान नेता है तो उनके संबंध सभी किसान नेता और आम किसानों से है। अपनी अलग पहचान के कारण उन्हे किसानों के मसीहा के रूप में देखा जाता है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जब पुलिस भर्ती की घोषणा की तो उम्र सीमा का सवाल उठने लगा।
चूंकि भर्ती में ज्यादातर अभ्यर्थी किसानों के बेटा होते है। उसके बाद फिर लगातार रामबाबू द्विवेदी का फोन बजने लगा और जो भी सवाल थे वो सभी किसानों के उम्र सीमा पुलिस भर्ती में बढ़ाने को लेकर थे। रामबाबू द्विवेदी ने बिना संकोच किए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को इसकी जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन है कि, सामान्य वर्ग के बच्चों को कम से कम 3 वर्ष की छूट प्रदान करें क्योंकि, यह भर्ती 5 वर्ष बाद आई है तो अधिकतम प्रतिभागी इस परीक्षा में बैठने से वंचित हो जाएंगे। #EWS हाँथी के दांत दिखावे जैसा नहीं होना चाहिए,सामान्य वर्ग के बच्चों के साथ भी न्याय होना चाहिए।
उसके बाद फिर लगातार फिर बीजेपी के कई नेता इसको लेकर गंभीर दिखे और लगातार इस पार बातचीत करते दिखे। इसका नतीजा निकला कि सीएम योगी तत्काल यूपी पुलिस के मुखिया को बुलाकर बातचीत की। इसका सही तरीका खोजकर उम्र सीमा में लाभ देने की बात की बस थोड़ी ह देर में सीएम योगी ने उम्र सीमा लागू करके 3 वर्ष का लाभ दे दिया। बस किसानों के परिवारों में खुशी की लहर दौड़ गई। इसको लेकर रामबाबू द्विवेदी ने सीएम योगी का आभार व्यक्त किया।
रामबाबू द्विवेदी ने कहा आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि,आपने युवाओं के हितों एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आपने #UPPOLICENEWVACANCY में परिवर्तन कर #EWS_AGE_RELAXATION_IN_UPP और सभी युवाओं को तीन वर्ष का छूट देकर मौका दिया।