यूपी पुलिस भर्ती में EWS में आयु सीमा में पर उठे सवाल, बीजेपी नेता और पत्रकार दिलीप मंडल समर्थन में आए
Why is EWS like elephant's tusk, why is there no benefit in age limit? Questions raised regarding UP Police recruitment
उत्तर प्रदेश में पुलिस की भर्ती पर सवालिया निशान लगाए गए है। इस बात पर EWS कोटे से आरक्षित श्रेणी में आने वाले आवेदकों को उम्र में लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा है। इस बात की चर्चा मीडिया जगत में बहुत जोर शोर से चल रही है।
इस बात को लेकर बीजेपी के किसान मोर्चा के महामंत्री रामबाबू द्विवेदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से अनुरोध करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन है कि, सामान्य वर्ग के बच्चों को कम से कम 3 वर्ष की छूट प्रदान करें क्योंकि, यह भर्ती 5 वर्ष बाद आई है तो अधिकतम प्रतिभागी इस परीक्षा में बैठने से वंचित हो जाएंगे। #EWS हाँथी के दांत दिखावे जैसा नहीं होना चाहिए,सामान्य वर्ग के बच्चों के साथ भी न्याय होना चाहिए।
सामान्य/ EWS- 22 साल
OBC - 27 साल
SC/ST - 27 साल इसलिए सरकार को इसपर पुनः विचार करने की आवश्यकता है।
वहीं इस मामले में दलित लेखक और चिंतक माने जाने वाले दिलीप मंडल ने भी कहा, अनरिजर्व कैटेगरी में उम्र की छूट नहीं मिली तो लाखों कैंडिडेट जीवन में एक बार भी पुलिस के लिए अप्लाई नहीं कर पाएँगे। पाँच साल पहले अंडर एज थे। पाँच साल बाद वेकेंसी आयी है तो उम्र निकल चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी जुल्म हो जाएगा। हर कटेगरी में उम्र की छूट समान हो। जनरल यानी अनरिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट पाकिस्तान के नागरिक नहीं हैं कि उनके साथ भेदभाव किया जाए। वे भी बेचारे भारतीय ही हैं। पाँच साल बाद वेकैंसी आई है। उम्र में छूट न मिली तो लाखों सवर्ण युवा यूपी पुलिस के लिए अप्लाई ही नहीं कर पाएँगे। योगी जी, ये जुल्म मत कीजिए। सवर्ण भी तो बेचारे इसी देश के नागरिक हैं। उनको जीवन में एक मौक़ा तो मिलना चाहिए।