RCB vs LSG: विराट कोहली और गौतम गंभीर में क्यों हुई लड़ाई, सच आया सामने!
Virat Kohli, Gautam Gambhir, RCB vs LSG
RCB vs LSG: लखनऊ के इकाना स्टेडियम में गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच जो कुछ हुआ, उसने फिर से दिखा दिया कि इन दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ ठीक नहीं है. 1 मई को हुए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) मैच के बाद हुआ. इस मैच को बेंगलुरु ने जीता, लखनऊ की टीम लो स्कोरिंग मैच 18 रनों से हार गई. मैच जीतने के लिए बेंगलुरु ने लखनऊ को 127 रनों का लक्ष्य दिया था. जवाब में केएल राहुल की कप्तानी वाली लखनऊ की टीम 108 रनों पर ही लुढ़क गई.
वहीं मैच के बाद सभी खिलाड़ी आपस में मिल रहे थे और इसी बीच RCB के विराट कोहली, लखनऊ के मेंटर गौतम गंभीर, लखनऊ के खिलाड़ी नवीन-उल-हक आपस में लड़ते देखे गए. वहीं इस घटना के बाद लखनऊ सुपरजायंट्स टीम के मेंटर गौतम गंभीर और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के विराट कोहली की 100 फीसदी मैच फीस कट गई है.
किंग कोहली ने चिन्नास्वामी स्टेडियम में लखनऊ की जीत के बाद गौतम गंभीर की चुप्पी का इशारा करती तस्वीर का करारा जवाब दे दिया है। उस दिन RCB 212 नहीं बचा पाई थी, तो गौतम गंभीर ने आक्रामक अंदाज में चिन्नास्वामी में मौजूद बेंगलुरु के समर्थकों को खामोश रहने का इशारा किया था। अबकी बार लखनऊ के खिलाफ उसके घर पर RCB ने 126 डिफेंड कर लिया। जवाब में विराट ने होठों के ऊपर उंगली रख कर तमाम विरोधियों के सीने में आग लगा दी। मामला सिर्फ विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच ही नहीं हुआ। बात 17वें ओवर की है। LSG को जीत के लिए 3 ओवर्स में 48 रन चाहिए थे और उसके केवल 2 विकेट बाकी थे। क्रीज पर अफगानिस्तानी खिलाड़ी नवीन उल हक के साथ अमित मिश्रा मौजूद थे और उसी दौरान नवीन जानबूझकर विराट से भिड़ गए।
नवीन खुद चलकर विराट के पास आए, कुछ कहा और बोलते हुए वापस चले गए। तभी अमित मिश्रा भी बीच में आए और नवीन फिर कुछ बोलते हुए पलटकर विराट को देखते हुए कुछ बोले। अंपायर्स और मिश्रा ने मिलकर विराट को वापस भेजा। दरअसल नवीन ने गेंदबाजी के दौरान 4 ओवर में 30 रन देकर 3 विकेट चटकाए थे। ऐसे में सफलता उनके सिर पर चढ़ गई थी। इतना करने के बाद भी वह निश्चित हार सामने देखकर जानबूझकर विराट कोहली से उलझना चाह रहे थे। फिर विराट ने अंपायर से कुछ बात की और बात करते-करते अपना दायां पैर उठाया। जूते के सोल से कुछ निकाला। जूते और उस चीज को नवीन को दिखाकर कुछ इशारे किए। इस बीच अंपायर और मिश्रा ने फिर विराट को रोका और वह कुछ बोलते हुए आगे की ओर निकल गए। अपनी फील्डिंग पोजिशन पर जाते हुए भी विराट लगातार कुछ बोल रहे थे। इसके बाद वह वापस लौटे। अमित मिश्रा से कुछ बात की। इस दौरान अंपायर भी उनके साथ थे।
फिर विराट को वापस भेजा गया, लेकिन वह खड़े रहे।उन्होंने अंपायर से और कुछ बातें की। उनकी बॉडी-लैंग्वेज से लग रहा था कि वह जैसे नवीन की शिकायत कर रहे हों और कह रहे हों कि मेरी नहीं, उसकी गलती है। वह लगातार इशारों से अंपायर्स को नवीन से बात करने के लिए बोल रहे थे। इसके बाद RCB मैच जीत गई। मैच के बाद कोहली और नवीन ने जब औपचारिक रूप से हाथ मिलाया, तो मामला और बढ़ गया। नवीन ने हाथ मिलाने के बाद विराट का हाथ झटक दिया। इसके बाद आगे बढ़ चुके कोहली फिर लौटे, और कुछ कहा। जिस तरह अफगानिस्तानी खिलाड़ी ने विराट का हाथ झटका, वह जेंटलमेंस गेम में शोभा नहीं देता। मुकाबले के दौरान आपसी तनातनी कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन जब खेल खत्म हो गया उस वक्त आराम से हाथ मिला कर सारे गिले-शिकवे भुलाना ही क्रिकेट हमें सिखाता है।
इसके बाद विराट की गंभीर से भिड़ंत हो गई। दरअसल तमाम खिलाड़ियों से हाथ मिलाने के बाद विराट कोहली लखनऊ के सलामी बल्लेबाज काइल मेयर्स के साथ कुछ बातचीत कर रहे थे। तभी गौतम गंभीर आए और मेयर्स को कोहली से अलग करने के बाद दूर ले जाने लगे। गंभीर का यह बर्ताव समझ से परे था। अक्सर मुकाबला खत्म होने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे से मिलते हैं और चर्चा करते हैं। ऐसे में उनका काइल मेयर्स को विराट से अलग करना छोटी सोच नजर आया। इसी दौरान 7-8 मिनट तक विराट और गौतम गंभीर में तीखी नोकझोंक हो गई। केएल और अमित मिश्रा ने बीच-बचाव किया। विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच टशन का सिलसिला काफी पुराना है। दोनों जब भी आमने-सामने आते हैं, चिंगारियां उड़ती हैं।
इन झगड़ों के बाद कोहली और केएल राहुल आपस में खड़े होकर बात कर रहे थे। तभी नवीन उल हक वहां से गुजरे। राहुल ने आवाज देकर नवीन को बुलाया। नवीन पलटे, लेकिन उन्होंने वापस आने से साफ मना कर दिया और आगे बढ़ गए। यानी नवीन और विराट की इस लड़ाई के बाद दोनों प्लेयर्स के बीच बात खत्म नहीं हुई। जब डु प्लेसिस 8 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, उस वक्त नवीन ने उनका आसान कैच टपका दिया था। अगर वह कैच पकड़ लिया जाता तो RCB का स्कोर और भी कम होता। ऐसा लगता है कि उसी फ्रस्ट्रेशन में नवीन जानबूझकर विराट से पंगे ले रहे थे और अपनी खराब फील्डिंग से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे थे। पर विराट को इन सब चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता। विराट ने बल्लेबाजी के बाद फील्डिंग के बूते अपनी टीम को 126 रन डिफेंड करने में भरपूर सहयोग दिया। किंग ने ऐतिहासिक जीत के बाद खामोशी का इशारा करते हुए अपने तमाम चाहने वालों का दिल जीत लिया।