लखनऊः सोशल मीडिया आज के समय में बड़े काम की चीज है। यूपी पुलिस इसका और ज्यादा बेहतर इस्तेमाल लोगों की जिंदगी बचाने में कर रही है। सोशल मीडिया कंपनी मेटा की मदद से उत्तर प्रदेश की पुलिस ने पिछले सात दिनों में राज्य में सात लोगों की जान बचाई है। इन लोगों ने सोशल मीडिया पर जीवन को लेकर हताशा व्यक्त करते हुए आत्महत्या की बात लिखी थी। मेटा की टीम से जानकारी मिलने के बाद विभाग की टेक्निकल टीम ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद इन लोगों की जान बचाई जा सकी। यूपी पुलिस ने खुद इस बारे में जानकारी दी है।
उत्तर प्रदेश राज्य की पुलिस ने अपने एक बयान में बताया कि 21 फरवरी से 28 फरवरी के बीच मेटा से तकनीकी मदद मिलने के बाद आत्महत्या के कुल 7 प्रयासों को रोका गया है। मेटा की टीम ने पुलिस को इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आत्महत्या के बारे में लिखे पोस्ट की सूचना दी और सतर्क किया। इसके बाद इस पर ऐक्शन लिया गया और 7 लोगों को अपनी जिंदगी खत्म करने से रोकने में पुलिस को सफलता मिली है।
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर अगर कोई आत्महत्या के बारे में पोस्ट करता है तो मेटा कंपनी हमें एक अलर्ट मेल भेजती है। इसके आधार पर हमारी टीमें सुनिश्चित करती हैं कि आत्महत्या की इन कोशिशों को कैसे रोका जाए। विभाग ने बताया कि पिछले साल मार्च से यूपी पुलिस ने अब तक सोशल मीडिया कंपनी मेटा से मिली सूचना के आधार पर कुल 15 लोगों को आत्महत्या करने से बचाया है। डीजीपी डीएस चौहान ने सोशल मीडिया की टीम को इस प्रोजेक्ट पर ऐक्टिव तौर पर काम करने का निर्देश दिया है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि हम यूपी पुलिस की डायल-112 और डायल-1090 जैसी इमरजेंसी सेवाओं को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ने की दिशा में काम कर रहे हैं। कुमार ने ऐसे मामलों को संवेदनशीलता से संभालने के लिए अच्छे काउंसलर्स को नियुक्त करने के लिए भी अधिकारियों से कहा है। पुलिस ने हफ्ते भर में जिन सात लोगों की जान बचाई है, उनके जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे पीड़ितों के लगातार संपर्क में रहें ताकि अगर वे फिर से ऐसा कोई कदम उठाने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें बचाया जा सके।
साभार NBT