लखनऊ। नए साल पर प्रशासन ने बच्चों, महिलाओं और वरिष्ट नागरिकों के शरीरिक और मानसिक उत्पीडऩ के खिलाफ एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। शोषण का शिकार बच्चे, घरेलू हिंसा और कार्यस्थल पर शरीरिक व मानसिक उत्पीडऩ का शिकार महिलाएं हेल्पलाइन पर मदद मांग सकती हैं। मिशन शक्ति के तहत जिला प्रशासन ने स्मार्ट सिटी कार्यालय में आज डीएम अभिषेक प्रकाश ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इस मौके पर ज्वाइंट मजिस्टे्रेट प्रणता, एडीएम केपी सिंह और अपर नगर मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्र मौजूद थीं।
डीएम का कहना है कि महिला सुरक्षा को लेकर प्रशासन संवेदनशील है। इसके लिए तमाम प्रयास हो रहे हैं। बच्चों का शोषण, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, कार्यस्थलों पर महिलाओं का उत्पीडऩ तथा वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं की सुनवाई और उनके निदान के लिए विशेषज्ञ बात कर करेंगे। दरअसल कई बार पीडि़त पक्ष उसकी गंभीरता को समझ नहीं पाता है और लगातार उत्पीडऩ के बावजूद शिकायत करने से हिचकता है। पीडि़त को पहले मानसिक रूप से तैयार करेंगे इसके बाद संबंधित विभाग से संपर्क किया जाएगा।
तीस से अधिक काउंसलर जुड़े
डीएम के मुताबिक अब तक तीस से अधिक काउंसलर इस हेल्पलाइन से जुड़ चुके हैं। पीडि़त और काउंसलर के बीच जो भी वार्ता होगी वह रिकार्ड होगी।
हेल्प वैन भी जल्द
पीडि़त को मदद देने के लिए प्रशासन दो हेल्प वैन भी जल्द ही इंतजाम करेगा। डीएम के मुताबिक अगर काउंसलर या फिर पीडि़त पक्ष को जरूरत पड़ी तो इसके लिए कम से कम दो वैन भी उपलब्ध रहेंगी।
इन लोगों को मिलेगी मदद
बच्चों का शारीरिक शोषण
कार्यस्थल पर महिला उत्पीडऩ
घरेलू हिंसा की शिकार
सीनियर सिटीजन
कैसे मिलेगी मदद
फोन आने पर मनोचिकित्सक और विशेषज्ञ पीडि़त से बात करेंगे
पूरी बातचीत रिकार्ड होगी और डेटा सुरक्षित रहेगा
शिकायतकर्ता की बात समझकर उसे मानसिक रूप से तैयार करेंगे
संबंधित विभाग से संपर्क कर पीडि़त को मदद दिलाएंगे
आवश्यकता होने पर विशेषज्ञ पीडि़त के पास जा सकते हैं