अवनीश विद्द्यार्थी
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने कोरोना की तीसरी संभावित लहर की पूरी तैयारी कर रखी है ,सतर्कता और सावधानी से ही तीसरी लहर के असर को बेदम किया जा सकता है ।यूपी में रोजाना कोरोना की जांच और टीकाकरण अभियान की रफ्तार पकड़ रहा है । उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक जांच और टीका लगाने वाला पहला राज्य है। सरकारी आकड़ों पर नज़र डाले तो सरकारी अस्पतालों में बच्चों के लिए 67 सौ बेड बने है ,जिसमें आइसोलेशन के 3350 और आईसीयू के 3350 बेड है । कोरोना के 73 हजार से ज्यादा बेड उपलब्ध, इसमें आईसोलेशन के 55,983 और आईसीयू के 17,210 बेड है ।
कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की क़िल्लत से सैंकड़ों लोगों की मौत हुई इस बार ऑक्सीजन की किल्लत न हो इसके लिए भी व्यापक इंतज़ाम किए गए है , यही नहीं ऑक्सीजन उपलब्धता में उत्तर प्रदेश अब आत्मनिर्भर भी हो रहा है , प्रदेश में 556 ऑक्सीजन प्लांट में से 293 लग गए है । ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से सटे हर जिले में एक-एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल में सरकार बजट से ऑक्सीजन जेनरेटर्स लगा रही है । हर जिले में आरटीपीसीआर की लैब का भी इंतज़ाम किया जा रहा है , सरकार के आकड़ों के अनुसार यूपी में अब चार लाख रोज कोरोना की जांच की क्षमता है । तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के लिए बनाई गई मेडिसिन किट को कोविड के अलावा अन्य बीमारियों बुखार आदि में भी निशुल्क इंतज़ाम किया गया है ।
महामारी के ख़िलाफ़ आक्रामक रणनीति के तहत बांटी जा रही घर-घर मुफ्त दवा, 50 लाख से अधिक बच्चों को निशुल्क दी जा रही मेडिसिन किट।
.18 साल से कम आयु के लक्षण युक्त बच्चों को चार वर्गों (0-1, 1-5, 5-12 और 12-18 साल) में दी जा रही अलग-अलग किट्स ।
.अब तक 70 हजार से अधिक निगरानी समितियों ने करीब सवा 17 करोड़ घरों की स्क्रीनिंग की है ।
.71 लाख मेडिकल किट्स वयस्कों को भी दी जा रही निशुल्क।
उत्तर प्रदेश में संचालित 18 हजार से अधिक सब हेल्थ सेंटर को बढ़ाकर 30,000 किया जा रहा।विकास खंड स्तर पर जल्द 5,000 नए सब हेल्थ सेंटर बनाकर मेडिकल स्टाफ की तैनाती के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है । सब हेल्थ सेंटर में लोगों को मिलेगा स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ, त्वरित चिकित्सकीय सहायता देने में साबित होगा उपयोगी।