योगी सरकार का बड़ा ऐलान, यूपी में स्‍कूल के बच्‍चों का होगा हेल्‍थ इंश्‍योरेंस

Update: 2023-05-07 05:11 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हर छात्र को क्‍वॉलिटी एजुकेशन मुहैया कराने के लिए नगर विकास विभाग और लखनऊ स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 'स्कूल हेल्थ प्रोग्राम' के रूप में एक अनूठी पहल हुई है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ स्मार्ट सिटी योजना के जरिए स्कूल हेल्थ प्रोग्राम की शुरुआत लखनऊ के तीन स्कूलों में की गई है। इसमें नगर निगम स्कूलों में पढ़ रहे 1,765 विद्यार्थियों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण करके उनका डिजिटल हेल्थ रिपोर्ट कार्ड बनाया जा रहा है। साथ ही इन बच्चों के लिए 25,000 रुपये के स्वास्थ्य बीमा का भी लाभ दिया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद प्रदेश के अन्य 9 स्मार्ट सिटीज में भी इस प्रोग्राम को अप्रोच किए जाने की संभावना है।

लखनऊ मंडलायुक्त और लखनऊ स्मार्ट सिटी की अध्यक्ष डॉ. रोशन जैकब द्वारा इस अभिनव प्रयास का आरंभ किया गया है। नगर आयुक्त और लखनऊ स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने उत्तर प्रदेश स्टार्टअप पॉलिसी के अंतर्गत रजिस्टर हेल्थ टेक स्टार्टअप स्टूफिट को यह काम सौंपा है। डॉ. रोशन जैकब ने शनिवार को बताया कि कोविड के दौरान इस स्टार्टअप ने लखनऊ में काफी काम किया था। स्मार्ट सिटी में हमने प्रावधान रखा है कि हेल्थ, एजुकेशन या टेक्नोलॉजी समेत पब्लिक के लिए जो भी अच्छे प्रोग्राम लाते हैं तो उस स्टार्टअप को हम फंडिंग करते हैं। इसी के तहत इन्हें ये जिम्मेदारी दी गई है।

बच्चों की स्कूल मैपिंग

ये स्टार्टअप अगर यहां सफल रहते हैं तो अन्य शहरों में भी इस तरह के प्रोग्राम आगे बढ़ा सकते हैं। ये प्रोग्राम बच्चों की हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद है। इसमें बच्चों की स्कूल मैपिंग की जाती है, जैसे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों का दौरा करके बच्चों का चेकअप करती है। ये प्रोग्राम उसी का थोड़ा और बेहतर स्वरूप है ताकि बच्चों को वास्तव में इसका लाभ मिल सके।

'भारत में किसी स्कूल में हेल्थ इंश्योरेंस का कवर नहीं'

स्टूफिट के निदेशक डॉ. एस. हैदर ने बताया कि उनकी 30 से 35 सदस्यीय चिकित्सक और पैरा चिकित्सक की मोबाइल हेल्थ टीम है, जिसमें हेल्थ वॉलंटियर के साथ-साथ टीम कोऑर्डिनेटर होते हैं। ये हर बच्चे को अपनी-अपनी विशेषज्ञता के अनुसार चेक करते हैं और बच्चों का डिजिटल हेल्थ रिपोर्ट कार्ड बनाते हैं। भारत में किसी भी स्कूल में न ही कोई डिजिटल हेल्थ रिपोर्ट कार्ड की सुविधा है और न ही हेल्थ इंश्योरेंस का कवर।

हर बच्चे का यूनीक आईडी कार्ड बनेगा

हर बच्चे का एक यूनीक आईडी कार्ड बनेगा, जिसके माध्यम से इस हेल्थ कार्ड को बच्चे के पैरंट्स, स्कूल और प्रशासनिक अधिकारी डाउनलोड कर सकते हैं। डिजिटल हेल्थ रिपोर्ट का हर छमाही में फॉलोअप भी किया जाता है। इसके साथ ही 25 हजार रुपये का हेल्थ कवर कैशलेस कार्ड भी प्रदान किया जाता है। अगर कोई बच्चा बीमारी की वजह से अस्पताल में एडमिट होता है तो इस कार्ड के जरिए उसका इलाज कराया जा सकता है।

डिजिटल हेल्थ रिपोर्ट कार्ड बनेगा

लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड की यह अनूठी पहल ना सिर्फ समय रहते बच्चों में होने वाली बीमारियों का पता लगाएगी, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की गुणवत्ता बेहतर होने से इन बच्चों का अकादमिक स्तर भी बढ़ेगा और उनका भविष्य भी उज्जवल होगा। जो डिजिटल हेल्थ रिपोर्ट कार्ड बनाया जा रहा है वो 130 पैरामीटर पर आधारित है।

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