महराजगंज के परसा मलिक थाना क्षेत्र में गुरुवार रात एक मंदिर में पुजारी और साध्वी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना महदेईया गांव की है। मंदिर में रखी प्रतिमा से दोनों पर वार किया गया। शुक्रवार सुबह जब ग्रामीणों ने मंदिर में शव पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी।
बताया जा रहा है कि महदेईया गांव निवासी 73 वर्षीय राम रतन मिश्र ने शादी नहीं की थी। उन्होंने गांव में अपने निजी खर्च से दुर्गा माता मंदिर का निर्माण कराया था। मंदिर पर पिछले ढाई दशक से नेपाल के धकढाई चेनपुरवा की महिला कलावती भी रहती थीं और पूजा-पाठ करती थीं। लोग उन्हें भी साध्वी के नाम से पहचाते और सम्मान देते थे। कुछ दिन पहले पुजारी राम रतन मिश्र वाराणसी से हनुमान जी की मूर्ति लाए थे। मूर्ति को मंदिर में स्थापित कराने के बाद उन्होंने भंडारा कराया था।
शुक्रवार की सुबह गांव के लोग मंदिर की ओर गए तो दोनों के शव खून से लथपथ पड़े थे। शरीर पर चोट के गहरे निशान थे। ऐसा लग रहा था कि दोनों को बेरहमी से पीट- पीट कर मार डाला गया हो। हत्या की सही वजह का पता अभी नहीं चल रहा है। सीओ नौतनवां कोमल प्रसाद मिश्र ने बताया कि पुलिस टीम मामले की जांच में लगी है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या के कारणों के बारे में तहकीकात की जा रही है।
बताया जा रहा है कि पुजारी के दो अन्य भाई हैं। कुछ दिन पहले रोहिन बैराज में उनकी जमीन निकली थी। मुआवजे के रूप में उन्हें भी 14 लाख रुपए मिले थे। ग्रामीणों ने पैसे के लेनदेन को लेकर हत्या की आशंका जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर में ही लेनदेन को लेकर झगड़ा हुआ होगा।