Mainpuri By-Election 2022: मैनपुरी उप-चुनाव हुआ दिलचस्प! मुलायम की बहू डिंपल यादव तो दूसरी ओर शिष्य रघुराज शाक्य!

यूपी के मैनपुरी में होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासत गर्म है.

Update: 2022-11-15 10:21 GMT

Mainpuri By-Election 2022: यूपी के मैनपुरी में होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासत गर्म है. मैनपुरी में समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है तो दूसरी तरफ बीजेपी ने आखिरकार सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की बहू डिंपल यादव के सामने 'नेताजी' के शिष्य और शिवपाल यादव के खासम-खास रघुराज शाक्य को मैनपुरी से उपचुनाव में उतार दिया है. आपको बता दें कि रघुराज शाक्य, मुलायम सिंह यादव के कट्टर शिष्यों में एक थे और वह शिवपाल यादव के भी बेहद करीबी रहे हैं. इसी साल फरवरी में रघुराज शाक्य ने प्रसपा छोड़ दी और बीजेपी का दामन थाम लिया था. रघुराज दो बार सांसद रह चुके हैं. 

कौन हैं रघुराज शाक्य?

बीजेपी में शामिल होने से पहले रघुराज शाक्य, प्रसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर थे. रघुराज शाक्य 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर इटावा से सांसद चुने गए थे. उन्होंने 2012 में सपा के टिकट पर इटावा सदर सीट से विधानसभा का चुनाव भी जीता था. रघुराज शाक्य ने 27 जनवरी 2017 को सपा से इस्तीफा दे दिया था.

इसके बाद रघुराज शाक्य, शिवपाल सिंह यादव की प्रसपा में शामिल हो गए थे. 2022 के विधानसभा चुनाव में रघुराज शाक्य ने इटावा सदर सीट से दावेदारी की थी, लेकिन सपा ने यहां से सर्वेश शाक्य को मैदान में उतार दिया था. इस वजह से रघुराज शाक्य ने प्रसपा छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. अब बीजेपी ने रघुराज को मैनपुरी सीट से प्रत्याशी बनाया है.

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के पहले शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव से इटावा सदर की सीट रघुराज शाक्य के लिए मांगी थी, लेकिन जब यह सीट भी शिवपाल यादव को नहीं मिली तब रघुराज शाक्य ने बिना शर्त बीजेपी का दामन थाम लिया था. बीजेपी में जाते ही यह मान लिया गया था शिवपाल के सबसे करीबी अब बीजेपी में है और देर सबेर बीजेपी उनका इस्तेमाल करेगी.

दिलचस्प होगी डिंपल और शाक्य के बीच लड़ाई!

मैनपुरी की लड़ाई डिंपल यादव के उतरने से बिल्कुल एक तरफा कही जा रही थी. मगर अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि रघुराज शाक्य के उतरने के बाद कांटे की लड़ाई होगी. रघुराज शाक्य मैनपुरी संसदीय क्षेत्र स्थित जसवंत नगर विधानसभा के रहने वाले हैं, जो शिवपाल यादव का गढ़ माना जाता है. यही वजह है कि अगर जसवंतनगर भोगांव और मैनपुरी सदर में बीजेपी अपनी स्थिति मजबूत कर लेती है तो अखिलेश यादव के लिए लड़ाई आसान नहीं होगी. इसकी वजह भी साफ है भोगांव और मैनपुरी सदर यह दोनों विधानसभा बीजेपी के पास हैं, जबकि जसवंतनगर से शिवपाल यादव विधायक हैं और यहीं से रघुराज शाक्य भी आते हैं.

गौरतलब है कि रघुराज शाक्य मुलायम सिंह यादव कभी बेहद करीबी रहे थे और शिवपाल यादव के सबसे खासम खास में से एक हैं. मगर वह अब बीजेपी में है. ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी उम्मीद कर रही है कि शिवपाल यादव का प्रमुख समर्थन भी रघुराज शाक्य को मिलेगा और ऐसी स्थिति में यह लड़ाई कांटे की होनी तय है.

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