मैनपुरी में युवक की हत्या पर एसपी अजय कुमार ने परिजनों को दिलाई चार लाख राहत राशी
मैनपुरी में 6 सितंबर की शाम मारपीट की वजह से बुरी तरह घायल शख्स को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में में दबंगों ने एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी. 11 साल की अपनी ही बेटी को बेचने का आरोप लगाकर उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गईं. शख्स को पीटे जाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें उसकी जमकर पिटाई हो रही है. 6 सितंबर की शाम मारपीट की वजह से बुरी तरह घायल शख्स को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस जघन्य मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया है.
मामला मैनपुरी सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला खरगजीत नगर का है, यहां फिरोजाबाद जिले के बलालपुर गांव का रहने वाला युवक सर्वेश कुमार किराए पर रहता था. उसने अपनी 11 साल की बेटी को रिश्तेदार के घर भेज दिया था. बीती 6 सितंबर की शाम मोहल्ले के ही दबंग और अराजक किस्म के कुछ लोगों ने पहले शराब पी, उसके बाद युवक सर्वेश कुमार पर बेटी बेचने का आरोप लगाकर उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी.
एसपी अजय कुमार ने बताया कि मैनपुरी थाना कोतवाली मुहल्ला खरगजीत नगर में 6/सितंबर/2020 को कुछ युवकों द्वारा सर्वेश कुमार को पीट पीट कर गंभीर घायल कर देने और 7/ सितंबर को प्रातः अस्पताल में इलाज के दौरान सर्वेश कुमार की मृत्यु हो जाने के मामले में जानकारी दी.
1. मामले को पूरी गंभीरता से संज्ञान में लेकर तत्काल ही सुसंगत धाराओं 302 IPC और SC ST ACT में मुक़दमा दर्ज किया गया।
2. सीओ सिटी द्वारा विवेचना शुरू की गई।
3. अभियुक्तों की अविलंब गिरफ़्तारी हेतु तेज़ तर्रार 4 टीमें लगाई गईं थीं
4. मुकद्मा दर्ज होने के 24 घण्टे के भीतर ही पुलिस टीमों द्वारा कठिन परिश्रम करते हुए मुख्य अभियुक्त शिवाजी गौर समेत कुल 4 अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया गया। शेष की गिरफ़्तारी भी साक्ष्यों के आधार पर शीघ्र ही की जाएगी।
5. वहीं दूसरी तरफ़, पूर्ण तत्परता व संवेदनशीलता के साथ आर्थिक सहायता का प्रस्ताव तैयार करा कर, मृतक की बेटी का बैंक अकाउण्ट खुलवाकर समाज कल्याण विभाग द्वारा नियमानुसार रूपया 4,12,500/- (चार लाख बारह हज़ार पाँच सौ) उसके खाते में ट्रांसफ़र करा दिया गया है। शेष इतनी ही धनराशि चार्जशीट/सज़ा होने पर नियमानुसार प्रदान की जाएगी।
सभी दोषियों के ख़िलाफ़ ठोस सबूतों के आधार पर कठोरतम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।